मुठभेड़ में पचास हजार का इनामियां बदमाश अपने दो अन्य साथियों के साथ हुआ गिरफ्तार, कई मामलों में था वांछित

वर्षो से गोरखपुर में कई मामलों में था वांछित पुलिस को थी तलाश

जनसंदेश न्यूज़
मऊ। मंगलवार की तड़के स्थानीय पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ लगी, जब पुलिस ने घेराबंदी करके तीन शातिर अपराधियों को धर दबोचा। बदमाश रात में डस्टर गाड़ी से कहीं बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे। तीनों की अंतरराज्यीय शातिर अपराधी के रूप में पहचान हुई है। लूट,हत्या जैसे कई संगीन मामले गोरखपुर जिले में दर्ज है। जिसमें ये वांछित चल रहे थे।


मंगलवार की सुबह स्थानीय पुलिस के लिए शुभ दिन साबित हुआ। पुलिस सूत्रों के मुताबिक जिले के आला अधिकारियों और सीओ राजकुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस रात में गश्त कर रही थी। इसी बीच मंगलवार की भोर में सूचना मिली कि कुछ बदमाश एक डस्टर गाड़ी से दोहरीघाट से मधुबन की तरफ आ रहे है। सूचना पाते ही मधुबन पुलिस व थानाध्यक्ष संजीव दुबे के निर्देशानुसार सक्रिय हो गई। अपराधी जैसे ही बनियाबान मोड़ पर पहुंचे ,पुलिस ने उन्हें रुकने को कहा तो वह गाड़ी लेकर सिपाह जाने वाली सड़क पर भागने लगे। तब तक सिपाह की तरफ से गश्त कर रहे संजीव दुबे उधर से आ गए। जबकि एक तरफ से जिले की स्वाट टीम भी लगी थी। 


उन्होंने इन्हें रोकना चाहा तो वो गाड़ी उफरौली नहर वाली सड़क पर मोड़ कर भागने का प्रयास किये। इसके बाद श्री दुबे ने उन्हें सरेंडर करने के लिए कहा लेकिन वह भागने लगे। इसके बाद पुलिस ने गाड़ी के पहिये में गोली मारी तो गाड़ी रोककर बदमाश फायर कर रात में अंधेरे का लाभ लेकर भागना चाहे लेकिन तब तक पुलिस ने उन्हें तीनों तरफ से घेर कर पकड़ लिया। उनकी जामा तलाशी ली गई तो उनके पास से एक तमंचा 315 बोर,दो जिंदा कारतूस खोखा तथा एक 315 बोर 9 एमएम,एक अदद खोखा आदि बरामद हुआ। 


पुलिस ने तीनों को गाड़ी सहित गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इस कार्यवाई में स्वाट टीम प्रभारी अविनाश सिंह, उप निरीक्षक अमित मिश्रा व अन्य कांस्टेबलों ने कड़ी मशक्कत के बाद बदमाशों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। कप्तान अनुराग दुबे ने इस बड़ी कामयाबी पर टीम की प्रशंसा की। पकड़े गए बदमाशों का नाम शैलेन्द्र सिंह जनपद गोरखपुर, अनिल मसीह जनपद रामपुर तथा तीसरा मनीष पांडे जनपद गौतमबुद्ध नगर बताया जा रहा है।


नाम बदलकर करता था अपराध


मंगलवार की भोर में पुलिस मुठभेड़ में पकड़े गए 50 हजार का इनामियां शातिर अपराधी गैर जनपद में अपना नाम बदलकर घटनाओं को अंजाम देता था। मधुबन पुलिस को उसने अपना नाम शैलेन्द्र सिंह उर्फ मुन्नू उर्फ राहुल सिंह उर्फ रवि सिंह पुत्र फतेहबहादुर सिंह निवासी बहादुरपुर थाना बेलघाट गोरखपुर, दूसरे का नाम अनिल मसीह पुत्र महबूब मसीह निवासी रायपुर थाना स्वार जनपद रामपुर जबकि तीसरे का नाम मनीष पांडेय उर्फ राजा पुत्र शिवशंकर पाण्डेय निवासी शाहबेरी थाना बिसरख जनपद गौतमबुद्ध नगर बताया जाता है।


शैलेन्द्र उर्फ रवि सिंह 2017 में थाना कैंट अयोध्या में मुकदमा अपराध संख्या 429/17 जिसमें टेंडर के मामले में गोली मारी गई थी। उसके बदले उसे तीन लाख रुपये मिले थे। लेकिन नाम ट्रेस नहीं होने के कारण मामला खत्म हो गया। इसी तरह बेलघाट में एक परचून व्यवसायी की सुपारी लेकर हत्या किया था। जिसमें इसका नाम पुलिस रिकार्ड में आया लेकिन इसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी। थाना बेलीपार में मुकदमा अपराध संख्या 345/19 एक पेट्रोल पंप के कैशियर को गोली मारकर दस लाख की लूट की घटना को अंजाम दिया था। बताया जाता है कि 01/13 बेलघाट थाने में दर्ज मुकदमें में इसकी जमानत अर्जी खारिज हो गई थी, तबसे यह फरार चल रहा था। पुलिस के अनुसार यह रात में पेट्रोल पंपों आदि की रैकी कर रहे थे। अधिकांशतः यह पेट्रोल पंपों, और बैंक जाते समय व्यवसाई आदि पर ही हमला करके लूटपाट करते है।


 


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