मनबढ़ दबंगों ने दो सिपाहियों को बुरी तरह पीटा, चोरी के सुराग की तलाश में निकले थे सिपाही

आरोपियों के तलाश में जुटी पुलिस 

जनसंदेश न्यूज़
सादात/गाजीपुर। योगी सरकार में अपराधियों और मनबढ़ किस्म के लोगों का इतना मनोबल बढ़ गया हैं कि आम जनता की छोड़े पुलिसकर्मी भी सुरक्षित नहीं है। ऐसा ही मामला  शनिवार को थाने में तैनात दो पुलिसकर्मियों के साथ हुआ। तीन मनबढ़ किस्म के दबंगों ने उनकी जमकर पिटाई कर दी। हमलावरों में एक भगोड़ा फौजी भी शामिल रहा। इस घटना के बाद पुलिस टीम उन आरोपियों पर मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी में जुट गई हैं। पुलिस लगातार दबिश देने में लगीं हुई हैं।
दरअसल, सिविल ड्रेस सिपाही में किसी चोरी की सुराग में क्षेत्र निकले थे। इसी बीच एक बाइक पर तीन सवार लोगों को उन्होंने रोककर पूछताछ कर दिया। जिसके बाद विवाद बढ़ गया था। 
बता दें, दो सिपाही आयुष कुमार और सतीश  कुमार पिछले दिनों ससना गांव में हुई चोरी के मामले किसी  सुराग को लेकर सिविल ड्रेस में ही रघुबंश चौराहे के पास मौजूद थे। इसी दरम्यान एक ही बाइक पर सवार तीन लोग दिखे, जिस पर दोनों सिपाहियों ने उन्हें टोका। इस पर बाइक सवार तीनों लोग पुलिसकर्मियों से ही उलझने लगे। दोंनो सिपाहियों ने थाने का सिपाही होने की बात कहते हुए उनसे यहां से जाने को कहा। 
इसके बाद वह अपशब्द बकते हुए डोरा गांव की तरफ भागने लगे। पीछे से जा रहे दोनों सिपाहियों को गांव स्थित काली मंदिर के पास अंधेरा और सुनसान के बीच मौका पाकर उन पर हमला बोलते हुए उन्हें मारने-पीटने लगे। घटना को अंजाम देने वालों में डोरा गांव के आशुतोष उर्फ राहुल राय, अमित और अमन राय शामिल रहे। इनमें से आशुतोष आर्मी से भगोड़ा घोषित सिपाही है। घटना के बारे में जानकारी पाकर एसओ अगम दास ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए गांव में देर रात दबिश दिया लेकिन कोई हाथ नहीं लगा। एसओ ने बताया कि तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।


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