चौकाघाट दोहरा हत्याकांड: हार्डकोर क्रिमनल था अभिषेक उर्फ प्रिंस, तत्कालीन क्राइम प्रभारी विक्रम सिंह ने किया था गिरफ्तार
बिहार में मुंगेर में बने असलहों को बनारस में खपाथा था मृतक अभिषेक
घर पर बुलाकर की थी बालू कारोबारी की हत्या
कैंट थाने का हिस्ट्रीशीटर तो रामनगर में गैंगस्टर में था मुकदमा दर्ज
शहर के विभिन्न थानों में आधा दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज
रवि प्रकाश सिंह
वाराणसी। चौकाघाट क्षेत्र में सरेराह गोलियां बरसाकर दो लोगों की हत्या कर गई। जबकि इस फायरिंग में एक को पीठ में गोली जिसे मलदहिया स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। मृतक कोई और नहीं बल्कि हिस्ट्रीशीटर अभिषेक सिंह प्रिंस है। बदमाशों की फायरिंग में उसका साथी दीपक गंभीर रुप से घायल हुआ। जबकि फायरिंग के दौरान एक निर्दोश ट्राली चालक बाल्मीकि मारा गया।
अभिषेक उपर आधा दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज है। जिसमें कैंट थाने में तीन और तीन रामनगर में। कैंट थाने का ये हिस्ट्रीशीटर है वहीं रामनगर थाने में इसके खिलाफ आर्म्स एक्ट एवं गैंगस्टर में मुकदमा दर्ज है।
अभिषेक उर्फ प्रिंस हार्डकोर अपराधी है। बालू सप्लाई की आड़ में वह हथियारों की तस्करी करता था। बिहार निवासी होने की वजह से मुंगेर ब्रांड के असलहे शहर में खपाता था। साल 2017 में बालू व असलहों से संबंधित रुपये के लेनदेन में अभिषेक प्रिंस ने बिहार के बालू कारोबारी आरिफ अंसारी को नौ अगस्त की रात पार्टी के नाम पर घर बुलाया था और उसकी हत्या कर दी थी।
सीसीटीवी में दिखे हमलावर
घटना स्थल के समीप लगे सीसीटीवी कैमरे में बाइक सवार दो बदमाश दिखे है। जो बाइक सवार युवकों पर पीछे से फायर किए और फिर गाड़ी रोककर उन्हें गोली मारी। वारदात को अंजाम देने के बाद हमलावर बड़े आराम से फरार हो गए। दिनदहाड़े हुए फायरिंग से मौके पर भगदड़ मच गई और हत्यारे मौके से फरार हो गए। इस दौरान अपराधियों को पकड़ने के लिए शहर भर में अलर्ट जारी कर दिया गया है।
तत्कालीन क्राइम ब्रांच प्रभारी विक्रम सिंह ने दबोचा था
वाराणसी। दो साल पहले अभिषेक को तत्कालीन क्राइम ब्रांच प्रभारी विक्रम सिंह ने दबोचा था। मुखबिर खास से विक्रम सिंह को सूचना मिली थी कि जमीन विवाद में कुछ बदमाश हत्या करने जा रहा है। विक्रम सिंह की टीम ने उसे पांडेयपुर में घेराबंदी और हल्की मुठभेड़ के बाद दो का पकड़ा था। लेकिन अभिषेक समेत कुछ इसके भाग निकले थे। पकड़े गए बदमाश बीरु और कल्लू ने राजफाश किया था कि आसिफ की हत्या अभिषेक ने ही अपने घर पर की थी। लेकिन एक महीने बाद अभिषेक को विक्रम सिंह ने दबोच लिया।
शहर में जमकर हुई चेकिंग
दो सनसनीखेज वारदात के बाद पूरे शरह में जमकर चेकिंग अभियान चालाया गया। चौराहों पर दो पहिया वाहनों को रोककर तलाशी ली गई। संदिग्ध दिखने पर पुलिस ने पूछताछ भी की। शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी चेकिंग अभियान चलाया गया। एसएसपी के निर्देश पर कुछ टीमों का गठन कर जल्द अपराधियों को जल्द पकड़ने की कवायद तेज कर दी गई है।