‘फर्जी किसान’ सावधान, सम्मान निधि के पैसा का रिकवरी करेगी सरकार, नोटिस के बाद होगी कार्रवाई
किसान निधि स्कीम में लाखों अपात्रों ने लिया लाभ
जनसंदेश न्यूज
गाजीपुर। पीएम किसान निधि में शासन के आदेश पर फर्जीवाडे़ की जांच शुरू हो गई है। इस योजना में फर्जी रूप से धन उतारने वाले लोगो से विभाग रिकवरी करने का मन बना लिया है। जिसके लिए तहसील स्तर के अधिकारी और कर्मचारी नियुक्त किए गए है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम के तहत सालाना 6000 रुपये का लाभ दिया जाता है। जिसमें इस योजना का लाभ लेने के लिए जालसाज इसमें भ्रष्टाचार करने में जुट गए। वहीं, पांच किस्त कुछ ऐसे लोगों को भी मिल गई, जो इसके हकदार नहीं हैं। पीएम के निर्देश पर चुनाव से पहले यह धनराशि आनन-फानन में भेजी गई थी। जिसका वेरीफिकेशन ढंग से नहीं हो पाया था। लेकिन अब ऐसे ‘फर्जी किसानों’ पर सरकार सख्त है। वो ऐसे लोगों से यह रकम वापस लेने के लिए तैयारी कर ली है। ताकि इसका पैसा सही किसानों तक पहुंचे।
पीएम किसान सम्मान निधि की पांच किस्त मिल चुकी है। जबकि छठवी किस्त अगस्त माह में मिलने वाली है। लेकिन अब सरकार ने फर्जी रूप से इस योजना में लाभ लेने वाले लोगों से रिकवरी करने का आदेश दे दिया है। दरअसल, इस योजना में नियमानुसार केवल पात्र लोगों का ही रजिस्ट्रेशन कराना है। लेकिन जिलें में लाखों लोग इस योजना का अपात्र होते हुए भी लाभ उठा रहे है।
बता दें, इस योजना का लाभ चार लाख अठरह हजार किसान ले रहें है। जिसमें से करीब एक लाख किसानों के फर्जी दस्तावेज लगे है। इनमें से अधिकतर नौकरी पेशा वाले लोग या फिर गलत तरीके से एक ही परीवार में कई लोग लाभ ले रहे है। हालांकि, सरकार ने पीएम किसान निधी में फर्जी रूप से लिए गए धनराशि की रिकवरी शुरू करने का आदेश दे दिया है। जिसमें तहसील स्तर के अधिकारी एवं कर्मचारी को लगाया गया है।
कृषि अधिकारी मृत्युंजय सिंह ने बताया कि पीएम किसान सम्मान निधि में जिन अपात्रों के खाते में पैसा चला गया है, वह बैंक में चालान के माध्यम से भारत कोष में जमा कर सकते है। यदि ऐसे लोग धन वापसी नहीं करते है, तो उनको नोटिस भेजकर रिकवरी की जाएगी। बताया कि जिले में 4.18 लाख किसान रजिस्टर्ड हैं। इनमें अपात्र लोग भी लाभ ले रहे है। जिसकी विभाग द्वारा जांच की जाएगी ।