खनन माफिया ने किया वनकर्मियों पर हमला-दो घायल, रोकने गए थे अवैध खनन


चोपन थाना क्षेत्र के गुरमा वन रेंज के रेडिया गांव के पास हुई घटना


अवैध बालू लदा टीपर व कार बरामद




जनसंदेश न्यूज़
चोपन/सोनभद्र। स्थानीय थाना क्षेत्र के गुरमा वन रेंज के रेड़िया गांव के पास शनिवार की रात अवैध खनन रोकने गई वन विभाग की टीम पर खनन माफियाओं ने गोलबंद होकर हमला कर दिया। हमले में दो वन कर्मी घायल हो गए। घटना के बाद अवैध खननकर्ता मौके से फरार हो गए। वन विभाग ने अवैध बालू लदा टीपर व अवैध खननकर्ताओं की कार बरामद कर लिया है। सूचना मिलते ही डीएफओ कैमूर वन्यजीव प्रभाग आशुतोष जायसवाल भी ने भी मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया।
रेंजर बलवंत सिंह ने बताया कि शनिवार की रात मुखबिर के जरिए सूचना मिली की रेड़िया के पास कुछ लोग टीपर पर अवैध रूप से बालू लाद रहे हैं। सूचना मिलते ही वन्य जीव रक्षक उदय बहादुर कुशवाहा व वन दरोगा जय प्रकाश वर्मा के इसकी जानकारी उन्हें दी और रेड़िया की तरफ निकल गए। रेडिया में उन्होंने बालू लाद रहे टीपर को पकड़ लिया। इसी दौरान करीब आधा दर्जन की संख्या में अवैध खननकर्ता एक कार से वहां पहुंचे और उन्होंने टीपर छुड़ाने के लिए वन कर्मियों पर हमला कर दिया। 
खनन कर्ताओं के हमले से वन्य जीव रक्षक उदय बहादुर कुशवाहा व वन दरोगा जयप्रकाश वर्मा घायल हो गए। इसी बीच अवैध खननकर्ता टीपर लेकर भागने की फिराक में थे, तभी वे टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। वन विभाग की टीम को देखते ही अवैध खननकर्ता टीपर छोड़कर मौके से फरार हो गए। भागते समय अवैध खननकर्ताओं की कार को चिन्हित कर लिया गया। रेंजर बलवंत सिंह ने बताया कि बालू लदी टीपर को रेंज अफिस लाकर सीज कर दिया गया है। 
वही अवैध खननकर्ताओं की कार को भी कुरुहुल से बरामद कर सीज कर मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई। उधर सूचना मिलते ही डीएफओ कैमूर वन्य जीव प्रभाग आशुतोष जायसवाल रविवार की दोपहर मौके पर पहुंच गए। उन्होंने घायल वन कर्मियों का हाल जाना तथा वस्तु स्थिति की जानकारी ली। रेजर ने बताया कि मामले की तहरीर चोपन थाने में दी जाएगी। इससे पूर्व भी बालू का अवैध खनन रोकने गई टीम को हमले की धमकी मिल रही है।


ट्रैक्टर ट्राली पर अवैध बालू लोड करते मजदूर


नदी किनारे खोद कर निकालकर बेचा जा रहा अवैध बालू


दुद्धी। स्थानीय कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत रेलवे स्टेशन कांशीराम आवास के समीप न्यू दुद्घी विद्युत सब स्टेशन के पास से लौवा नदी में जाने वाला मार्ग अवैध खनन कारोबारियों के लिए इस समय सुगम रास्ता बना हुआ है। इस रास्ते से ट्रैक्टर नदी में जाकर नदी किनारे खुदाई कर बालू निकाल कर उसे बाजार में ले जाकर बेचा जा रहा है। कार्य में लगे कथित खननकर्ताओं को 55 घंटे का लाक डाउन भी बेअसर रहा। ये पिछले दो दिनों से दिन रात पूरे घंटे बालू निकालने में मशगूल रहे। 
इस कार्य में खुदाई के लिए बाकायदा दर्जन भर लेबर बिना मास्क लगाए गए, बिना सोशल डिस्टेंस का ख्याल रख बालू को निकालकर ट्रैक्टर में लोडिंग करते दिखे। जब मामले की सूचना मीडियाकर्मियों ने पुलिस उपाधीक्षक संजय वर्मा को सेलफोन से दी तो उन्होंने तुरन्त पुलिस टीम भेज मामले की जांच करवाने की बात कहीं। 
बता दें कि इस समय दुद्धी में बालू खननकर्ता बेलगाम हो गए है, इन पर प्रशासन का तनिक भी भय नहीं दिखता। वे दिन रात नदियों रेत उत्खनन के निकाले गए बालू को प्रति ट्रैक्टर तीन हजार के रेट पर विभिन्न साइटों पर बेच रहे। रजखड़ के लौवा नदी में लगे खननकर्ता तीन स्थानों से अधिकारियों की लोकेशन लेने में लगे रहते है, जांच होने पर कास्त की बालू बताते है। 


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