गढ्ढा मुक्त यूपी के आदेश से पीडब्लूडी विभाग की चांदी, कागजों में बनाया सड़क, लाखों के घोटाले की आशंका  

योगी के आदेश का अफसर उठा रहे फायदा

जनसंदेश न्यूज 
गाजीपुर। सीएम योगी आदित्यनाथ के फरमान सड़कों को गडढ़ा मुक्त करने का फायदा जिले के लोक निर्माण विभाग में धड़ल्ले से उठाया जा रहा है। अफसर इसी आदेश के आधार पर करोड़ांे का घोटाला करने में लगे हुए है। निर्माण कायों के नाम पर जिम्मेदार अधिकारी कागजों में हेराफेरी कर बड़े कारनामों को अंजाम देने में लगे हुए है।  लोक निर्माण विभाग में बिना सड़क निर्माण किए फर्जी एमबी बनाकर लाखों रूपयों का भुगतान ठेकेदारो को कर दिया गया है।
लोक निर्माण खंड-3  द्वारा कठवामोड़ नोनहरा मार्ग भागलपुर गांव तक संपंर्क मार्ग एवं मऊ युसूफपुर मार्ग से पावरहाउस होते हुए कमालपुर संपर्क मार्ग निर्माण में  भ्रष्टाचार किया गया है। व्यापार विकास निधि के अंतर्गत इस मार्ग पर  निर्माण कार्य स्वीकृत किया गया था। इस मामले को प्रमुखता से पूर्व जिला पंचायत सदस्य अनुराग सिंह ने उठाते हुए जिलाधिकारी सहित विभागीय उच्चअधिकारियों से शिकायत किया। अनुराग सिंह ने आरोप लगाया कि इन मार्गो में भ्रष्टाचार कर  अधिशासी अभियंता निर्माण खंड -3 द्वारा लाखों रूपए के सरकारी धन का बंदरबांट किया गया है। इसके साथ ही सड़क निर्माण कार्य में खराब गुणवत्ता के साथ- साथ लंबाई में भी कमी कर दिया गया है। इतना ही नहीं भ्रष्ट अधिकारी ने बचत धनराशि को बिना सक्षम अधिकारी से अनुमोदन लिए खर्च कर दिया है। बताया कि कठवामोड़ से नोनहरा भागलपुर गांव तक लम्बाई 1.60 किमी लागत करीब  85.95 लाख तथा मऊ युसूफपुर मार्ग पावर हाउस होते हुए कमालपुर संपर्क मार्ग लंबाई एक किमी में लागत लगभग 51.85 लाख है। अधिकारियों से  मांग किया कि,  इसकी जांच स्वतंत्र एजेंसी के माध्यम से जांच के बाद वास्तविकता की जानकारी हो जाएगी। दरअसल,  लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के  कारनामें किसी से छिपे नहीं है।



(पूर्व जिला पंचायत सदस्य अनुराग सिंह)


जिसका जीता जागता उदाहरण कठवामोड़ नोनहरा मार्ग भागलपुर गांव तक संपंर्क मार्ग एवं मऊ युसूफपुर मार्ग से पावरहाउस होते हुए कमालपुर मार्ग में देखने को मिला । जहां वर्ष 2018 -19 , 2019 -20 में लोक निर्माण विभाग द्वारा दोनो मार्गो के लिए डेढ़- डेढ़ किलोमीटर मार्ग का निर्माण कार्य किया जाना था। जिसे लोक निर्माण विभाग खंड तीन ने कागजो पर भागलपुर मार्ग को सड़क पूर्ण निर्माण होना बताया । जबकि मौका स्थल पर सड़क निर्माण जैसी कोई बात नहीं है। वहीं मऊ युसूफपुर मार्ग पावर हाउस मार्ग पर आधा अधुरा निर्माण कराया गया है। जिसका पूर्ण भुगतान करा लिया गया है। हालांकि, यह जांच का विषय है, अधिकारियों के जांच के बाद सत्यता का पता चल सकता है। 
वहीं, विभागीय सूत्रों की माने तो लोक निर्माण विभाग में चल रहें निर्माण कार्यो में ठेकेदारों के  जिम्मेदार अधिकारियों की साठगांठ के कारण आधे अधूरे कार्यो को कागजों में पूर्ण दर्शाकर किए गए कार्यों से अधिक धनराशि आहरित कर ली जाती है। लोक निर्माण विभाग में सड़क निर्माण के ऐसे दर्जनों मामले है। दरअसल ,सीएम योगी ने यूपी के सभी सड़कों को गडढ़ा मुक्त करने के लिए तेजी से सड़क बनाने के लिए निर्देश दिए थे। इसी का फायदा उठाते हुए लोक निर्माण विभाग ने खेल शुरू कर दिया है। वह अपने चहेते ठेकेदार को करोड़ों की लागत से बनाने के लिए टेंडर दे रहे हैं।


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