गाजीपुर में कोरोना पॉजीटिव दो मरीजों की मौत, चार और मिले संक्रमित, मचा हड़कंप


लापरवाही बढ़ा रही कोरोना की रफ्तार, अनलॉक टू में संक्रमितों की संख्या पहुंची 383

जनसंदेश न्यूज़
गाजीपुर। कोरोना पाजिटिव दो मरीजों की बुधवार को मौत के बाद जिले में मृतकों की संख्या छह हो गई है। वही चार और संक्रमित मरीज मिलने से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 383 तक पहुंच गई है।
कोरोना के नोडल अधिकारी डा. केके वर्मा ने बताया कि बुधवार को आई रिपोर्ट के मुताबिक महिला सहित दो मरीजों की मौत हो गई है। महिला नगर की नवापुरा कचहरी मुहल्ले की निवासी थी। जबकि दूसरा व्यक्ति मुहम्मदाबाद युसूफपुर का रहने वाला था। इसके अलावा चार व्यक्तियों को कोरोना पाजिटिव पाया गया। जो सैदपुर क्षेत्र के मुहमदपुर पाली में दो, मिर्चा दिलदारनगर में एक और सेवराई के नगदिलपुर का एक मरीज शामिल है। जिले में अबतक दस हजार से अधिक लोगों का टेस्ट के सैम्पल लिया गया है। जिसमें से 8695 लोगों का टेस्ट नेगेटिव आया है। 991 लोगों का टेस्ट अभी लैब में पेंडिंग में है। जिले में अबतक कुल 383 व्यक्ति कोरोना पाजिटिव पाये गये हैं। जिसमें से 324 लोग स्वस्थ हो गये है। शेष कोरोना पाजिटिव मरीजों का अस्पतालों में इलाज चल रहा है। 
जानकारी दी कि कोरोना मरीज मिलने के बाद उनके संपर्क वाले लोगों तथा अन्य स्थानों पर चल रही सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्रतिदिन सीएमओ सहित उच्च अधिकारियों के पास पहुंच रही है। बीते आठ दिनों में अधिक कोरोना पाज़िटिव मरीज सामने आने के कारण चिंता भी बढ़ गई है। जिले में लोगों की लापरवाही की वजह से प्रशासन कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने में नाकाम साबित हो रहा है। अनलॉक टू के दूसरे हफ्ते में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 383 हो गई है। जबकि इनमें से चार व्यक्तियों की मौत हो चुकी है। 
वही 324 मरीज ठीक होकर अपने घर वापस लौट गए हैं। अब जिले में एक्टिव केस 53 बचे हैं। जिले में दिन-प्रतिदिन कोरोना संक्रमित मिल रहे हैं। हालांकि अनलॉक टू लागू होने के बाद जिंदगी पटरी पर लौटने लगी है। लेकिन कोरोना संक्रमण से बचाव को लागू नियमों का पालन में लोगों की लापरवाही की वजह से प्रशासनिक अफसर कोरोना की चेन तोड़ने में नाकाम है। उधर प्रशासन ने जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में घरों के भीतर छिपे संक्रमितों की तलाश के लिए अभियान छेड़ दिया है। 


संक्रमण के भय से कम हो गई मरीजों की संख्या
गाजीपुर। बदलते मौसम के साथ ही संक्रामक बीमारियां भी पैर पसारने में लगती है। जिस कारण सरकारी अस्पतालों से लेकर निजी अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या में इजाफा हो जाता था। बारिश के मौसम में डायरिया, बुखार, त्वचा रोग आदि बढ़ने लगते है। इस बार भी मौसम में बदलाव के बाद संक्रामक रोगों ने पैर पसारने शुरू कर दिए हैं। मगर कोरोना संक्रमण के कारण मरीज अस्पताल आने से कतरा रहे है। जिला और महिला के साथ ही निजी अस्पतालों में पूर्व की तुलना में मरीजों की संख्या आधी रह गई है। बारिश के साथ ही संक्रामक बीमारियां डेंगू, मलेरिया, बुखार, डायरिया आदि फैलना शुरू हो गई है। जिस कारण मरीजों की संख्या तो बढ़ी है, लेकिन कोरोना के संक्रमण को देखते हुए मरीज अस्पताल में नहीं आ रहे है। आसपास के चिकित्सक और मेडिकल स्टोर से दवा लेकर काम चला रहे हैं।


Popular posts from this blog

'चिंटू जिया' पर लहालोट हुए पूर्वांचल के किसान

लाइनमैन की खुबसूरत बीबी को भगा ले गया जेई, शिकायत के बाद से ही आ रहे है धमकी भरे फोन

नलकूप के नाली पर पीडब्लूडी विभाग ने किया अतिक्रमण, सड़क निर्माण में धांधली की सूचना मिलते ही जांच करने पहुंचे सीडीओ, जमकर लगाई फटकार