जगद्गुरु रामानुजाचार्य वैष्णव पीठाधीश्वर स्वामी सम्पतकुमाराचार्य ने दिया आशीर्वचन
गुरुपर्व पर भक्तों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए नवाया शीष
जनसंदेश न्यूज़
वाराणसी। गुरु पूर्णिमा के दिन श्रीश्री 1008 जगद्गुरु रामानुजाचार्य वैष्णव पीठाधीश्वर स्वामी सम्पतकुमाराचार्य जी ने भक्तों को आशीर्वचन दिया। आश्रम परिसर में कम भीड़ रही। स्वामीश्री ने आश्रम परिसर में सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए अपने गुरुदेव के श्रीचरणों में श्रद्धा सुमन अर्पित किया। स्वामी श्री ने अपने आराध्यों के श्रीचरणों में पुष्प मालाएं अर्पित की। पूजा-अर्चना कर उनकी आरती उतारी गई। तत्पश्चात प्रारंभ हुआ इस वर्ष का सादगी भरा गुरुपर्व।
आश्रम में सविधि किया पूजन-अर्चन
स्वामी श्री ने कहा कि सनातन संस्कृति में व्यक्ति के जीवन में गुरु का काफी महत्व बताया गया है। कहा कि गुरु की कृपा से ज्ञान प्राप्त होता है और उनके आशीर्वाद से सभी सुख-सुविधाओं, बुद्धिबल और ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है। इसलिए भारतवर्ष में गुरु का दर्जा सबसे बड़ा माना गया है। इसलिए गुरु के सम्मान में गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। आश्रम में सविधि पूजन किया गया। भक्तों की ओर से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया।