40वींं भारतीय कालीन वर्चुअल प्रदर्शनी 21 से 25 अगस्त तक, घटाया गया शुल्क


अधिक निर्यातकों की भागीदारी के लिए शुल्क में की गयी भारी कमी

जनसन्देश न्यूज़
भदोही। कालीन निर्यात संवर्धन परिषद ने 40 वें इंडिया कार्पेट एक्सपो के लिए तैयार पूरी कर ली है। यह वर्चुअल एडिशन भारतीय उत्पादों की मांग और कोविड के बाद के युग में दुनिया भर में हस्तनिर्मित कालीनों और फर्श कवरिंग की खाई को पाटने की पहल है। हस्तनिर्मित कालीनों और अन्य फर्श कवरिंग के लिए खरीदारों के लिए यह आयोजन 21 से 25 अगस्त, 2020 तक आयोजित किया जाएगा।
निर्यातकों के लिए वैश्विक खरीदारों से खुद को जुड़ने का एक शानदार और अनूठा अवसर है। रविवार को सीईपीसी अध्यक्ष सिद्ध नाथ सिंह, उमेश कुमार गुप्ता, ओंकार नाथ मिश्रा, राजेन्द्र प्रसाद मिश्रा, श्रीराम मौर्य, संजय गुप्ता, हुसैन जफर हुसैनी, बोध राज मल्होत्रा, संदीप कटारिया, सदस्य सीओए, सीईपीसी ने प्रतिभागियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से डेमो में भाग लिया।
सीईपीसी अध्यक्ष सिद्ध नाथ सिंह ने बताया कि काउंसिल ने तय प्रक्रिया पूरी करने के बाद मेसर्स फाल्कन एक्जीबिशन प्राइवेट लिमिटेड को चुना है, जो कि वर्चुअल प्रदर्शनी की मेजबानी के लिए स्थापना, डिजाइन, प्रशिक्षण, होस्टिंग और रखरखाव हेतु, खरीदारों के पंजीकरण के लिए समर्थन, वेबसाइट बिल्डर, मोबाइल एप्लिकेशन, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग, पूर्ण डेटा सुरक्षा के साथ वेबिनार आदि का कार्य करेगी। उन्होंने बताया कि सदस्य-निर्यातकों की अधिकतम भागीदारी के लिए, परिषद ने भागीदारी शुल्क में भारी कमी की है। 40,000 रु से 15,000 रु और 50,000 रु से 20,000 रु रेट तय किया गया है।
इस दौरान सूरज धवन और उनकी टीम ने प्रतिभागियों को जरूरी जानकारी दी। अध्यक्ष ने बताया कि वर्चुअल प्रदर्शनी को सफल बनाने के लिए संजय कुमार, कार्यकारी निदेशक, सीईपीसी और उनकी पूरी टीम बहुत मेहनत कर रही है और प्रतिभागियों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेगी।


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