रविवार को होने वाले खण्डग्रास सूर्यग्रहण में क्या करें-क्या न करें, किन राशियों पर क्या प्रभाव?

काशी में ग्रहण का स्पर्श 10.31, मध्य 12.18, मोक्ष 2.04 मिनट पर: डा. दिनेशचन्द्र शुक्ल


मृगशिरा नक्षत्र से प्रारंभ होकर आद्रा नक्षत्र पर होगा समापन



पंडित दिनेश शुक्ल 

वाराणसी। खण्डग्रास सूर्य ग्रहण 21 जून रविवार को आषाढ कृष्ण पक्ष अमावस्या को लग रहा है। यह खण्डग्रास सूर्यग्रहण मृगशिरा नक्षत्र से प्रारंभ होकर आर्द्रा नक्षत्र पर समापन होगा। ज्योतिषाचार्य पं. डा. दिनेशचन्द्र शुक्ल ने बताया कि काशी में सूर्य ग्रहण का स्पर्श काल 10.31 मिनट पर प्रारंभ होगा। जबकि ग्रहण का मध्य दिन में 12.18 मिनट तथा मोक्ष मध्याह्न 2.04 मिनट पर होगा। सूर्यग्रहण का सूतक काल 12 घंटे पूर्व प्रारंभ हो जाता है। 


सूर्य ग्रहण के दौरान इसका रखें विशेष ध्यान
सूतक लग जाने पर किसी भी धर्मस्थल पर प्रवेश करना, मूर्ति स्पर्श करना, भोजन करना, मैथुन क्रिया आदि वर्जित होता है। ग्रहण काल में बालक, वृद्ध व रोगी भोजन व औषधि ले सकते हैं। दूध, दही, भोजन सामग्री में कुश या तुलसी डालनी चाहिए। गर्भवती स्त्रियां ग्रहण को न देखें तथा अपने पेट पर गाय के गोबर का लेप करें। ग्रहण काल में विशेषतया जप, दान व मंत्र सिद्धि आदि करने का शास्त्रोक्त विधान है।



पंडित दिनेश शुक्ल 


सूर्य ग्रहण पर द्वादश राशियों पर भी पड़ेगा प्रभाव
1-मेष- धन की प्राप्ति व शुभ समाचार के संकेत
2- वृष- अनावश्यक तनाव एवं आर्थिक क्षति की संभावना
3-मिथुन- चोट चपेट की संभावना, अपयश लग सकता है
4-कर्क- मान हानि एवं मानसिक तनाव की संभावनाएं
5-सिंह- सुखद समाचार व लाभ
6-कन्या- सुख व ऐश्वर्य में वृद्धि
7-तुला- मान सम्मान में कमी, मित्रों से कष्ट
8-वृश्‍चिक - शारीरिक पीड़ा, पारिवारिक कलह से बचाव करें
9-धनु- आत्मीयजनों से कष्ट
10- मकर- रुके कार्य व शान शौकत में वृद्धि
11- कुंभ- व्यर्थ की चिंता रहेगी
12- मीन- अनावश्यक अपवादों से घिर सकते हैं


 


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