मछली के अवैध धंधे में मुख्तार गैंग के तीन सदस्य गिरफ्तार,मुख्तार अंसारी का था जमानतदार, मछली मंडी में करता था वसूली 


 


प्रतिबंधित मछली की बड़े पैमाने पर करते थे सलीम और उसके साथी 
गुप्त सूचना के आधार पर हुई कार्रवाई, जिलाधिकारी ने गठित की थी टीम 
रवि प्रकाश सिंह/ डॉ. आनंद मिश्र 
वाराणसी। कैंट थाने की पुलिस ने नदेसर क्षेत्र निवासी मछली के बड़े कारोबारी मोहम्मद सलीम और उसके दो सहयोगी राजेश व आनंद को गिरफ्तार किया। उनके पास से लगभग चार लाख रुपये से ज्यादा कीमत की प्रतिबंधित मछली, अंडे समेत अन्य सामान बरामद हुआ। सलीम मुख्तार अंसारी गैंग का सदस्य बताया जाता है और मछली मंडियों में जबरन वसूली भी करता था। पुलिस की मानें तो 20 साल पहले हुए एक हत्या में नामजद मुख्तार अंसारी का ये जमानतदार था। गिरफ्तार आरोपितों को थाने लाया गया, जहां उनसे पूछताछ जारी थी। इस कार्रवाई में एएसपी प्रभाकर चौधरी, सीओ कैंट मोहम्मद मुश्ताक, सीओ चेतगंज अनिल कुमार सहित अन्य कई थाने के प्रभारियों समेत मत्स्य विभाग व राजस्व विभाग की टीम रही।
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि सलीम अवैध तरीके से मछलियों की प्रतिबंधित प्रजातियों का व्यापार करता है। मछली मंडियों से सलीम वसूली भी करता है।


मछली व्यवसाई मोहम्मद सलीम के छावनी के बंगला नंबर 51 स्थित ठिकाने से प्रतिबंधित मछलियों की कई प्रजातियों के व्यवसाय की सूचना मिली थी। टीम ने रणनीति के तहत इस कार्रवाई को अंजाम दिया। सलीम पिछले 20 सालों से वाराणसी में रह रहा है और अपने अवैध कारोबार को अंजाम दे रहा था। उन्होंने कहा कि यह काम वह दबंगई का सहारा लेकर करता है। इसके साथ ही सलीम प्रतिबंधित मछलियों का भी व्यापार करता है। 
प्रतिबंधित थाई मछली का था कारोबार 
वाराणसी। प्रतिबंध के बावजूद शहर के सबसे पॉश इलाके में पिछले कई सालों से थाई मांगुर का कारोबार धड़ल्ले से किया जा रहा था। टीम ने मौके पर 6.5 क्विंटल प्रतिबंधित थाई मांगुर मछली बरामद की। साथ ही 5.5 क्विंटल अन्य मछली भी बरामद की जिसकी प्रजाति की जांच को भेजा गया है। मौके पर मौजूद सलीम, कर्मचारी राजेश, मैनेजर आंनद की निशानदेही पर सनबीम वरुणा के सामने स्थित हाते से 192 पेटी अंडे की बरामदगी की गई। अंडे को भी जांच के लिए भेजा गया। साथ ही एक इनोवा, तीन माल वाहक वाहन, एक पैशन बाइक, एक स्कूटी सहित 58610 रुपये नगद की बरामदगी हुई है। 

छावनी इलाके में चल रहा था अवैध कारोबार
इसके लिए लीज पर लिया था बंगला नंबर 51
खोदवाया था तालाब, पालता था प्रतिबंधित मछली
मछली व्यवसाइयों से लेता था कमीशन, इनकार पर देता था जान से मारने की धमकी 

वाराणसी। सलीम इस धंधे में दो दशक से ज्यादा के समय से सक्रिय था। प्रतिबंधित मछली की कालाबाजारी, तस्करी और अन्य कारनामों के संचालन के लिए लिए इसने बकायदा छावनी इलाके में बंगला नंबर 51 को लीज पर ले रखा था। इसमें एक तालाब बनावाया था। इसी तालाब में प्रतिबंधित मछलियों की खेप तैयार करता था और बड़े पैमाने पर वाराणसी और इसके आसपास के जिलों में भेजता था। लेकिन ताज्जुब की बात यह है कि पुलिस और संबंधित प्रशासन को इसकी भनक नहीं लग सकी। जाहिर है, इन्हीं ‘तथाकथित’ लापरवाहियों से ऐसे कारोबार परवान चढ़ते हैं।
पुलिस की मानें तो मछली मंडियों में प्रति किलो पर उसकी उगाही होती थी। अगर कोई व्यापारी विरोध करता तो उसे जान से मारने की धमकी देता था। धंधा संचालन के लिए मुख्तार अंसारी का नाम भुनाने और धौंस दिखाने की भी इसके खिलाफ शिकायत पुलिस महकमे को मिली थी। कैंट थाने में इसके खिलाफ 307 का मुकदमा दर्ज है वहीं वर्ष 2012 में चुनाव अचार संहिता के उल्लंघन में भी इसपर मुकदमा दर्ज है। पुलिस की मानें तो यह साल 2012 में कौमी एकता दल के बैनर तले विधान सभा का चुनाव भी लड़ चुका है। तीनों के खिलाफ धारा 269, 270, 386, 506 समेत अन्य धाराओं में रपट दर्ज कर जेल भेज दिया गया।


 


 


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