लव जिहाद की खौफनाक तस्वीर, प्रेमजाल में फंसाकर मनाया सुहागरात और फिर शरीर के कई टुकड़े कर जगह-जगह फेंका
जनसंदेश न्यूज़
मेरठ। यूपी में लव-जेहाद की रूह कंपा देने वाली घटना सामने आई है। जहां एक युवक ने 15 लाख रूपये के लिए नाम बदलकर युवती को प्रेमजाल में फंसाया और फिर शादी का स्वांग रचकर सुहागरात मनाने के बाद बेरहमी के साथ उसकी हत्या कर दी। युवक ने परिवार के साथ मिलकर युवती के कपड़े उतारे और फिर उसके शरीर के कई टुकड़े कर जगह-जगह फेंक दिया। वहीं युवती के धड़ को एक गढ्ढे के नीचे दबाकर उसपर नमक डाल दिया। शातिर युवक एक साल तक युवती के व्हाट्सअप पर उसकी डीपी चेंज करता रहा, जिससे किसी को कोई शक ना हो।
बीमारी के दौरान हुई थी भेंट
हिमांचल प्रदेश के चिनौरा गांव निवासी संजीव कुमार 20 साल पहले परिवार सहित लुधियाना के बी-34 अंकुजा आनंद नगर में रहने लगे। इनकी बड़ी बेटी एकता बीकॉम की पढ़ाई के साथ पार्ट टाइम जॉब भी करती थी। बीमार होने पर वह लुधियाना में तांत्रिक क्रिया का काम करने वाले दौराला के लाहिया नगर निवासी शाकिब के पास उपचार कराने गई थी। जहां शाकिब ने उसे अपना नाम अमन बताया। उस समय शाकिब लुधियाना में दिलशाद के पास काम करता था।
नाम बदलकर जाल में फंसाया
नाम बदलकर शाकिब ने एकता को अपने प्रेमजाल में फंसाया। साथ ही दिलशाल के पास से काम छोड़ने के बाद करनाल में आकर दुकान खोल ली। नौकरी दिलाने का बहाना बनाकर एकता को भी करनाल बुला लिया। शाकिब ने एकता को अपना नाम अमन बताया था। इसलिए एकता भी उससे शादी करने के लिए तैयार हो गई। एकता अपने घर से 15 तोले सोना समेत 15 लाख का सामान लेकर आई थी। एकता को लेकर शाकिब अपने गांव आ गया।
पूरे परिवार के साथ मिलकर बेरहमी से की हत्या
जहां मई 2019 को उसने एकता से शादी की और उसके साथ सुहागरात मनाई। इस दौरान उसने कोल्ड ड्रिंक में नशीली गोली पिला दी। जिसके बाद अपने भाई मुस्सरत, पिता मुस्तकीम, भाभी रेशमा पत्नी नवेद और इस्मत पत्नी मुस्सरत एवं गांव के साथी अयान के साथ लोहिया गांव के जंगल में लेकर आ गए। रेशमा ने एकता के सभी कपड़े उतार दिए। उसके बाद सभी ने मिलकर बलकटी से उसके हाथ, पैर, सिर अलग अलग कर दिया। धड़ को गन्ने के खेत में गड्ढे में दबाकर नमक डाल दिया, जबकि हाथ, पैर और सिर को गांव के तालाब में फेंक दिया।
परिवार को करता रहा गुमराह
शातिर दिमाग शाकिब एकता की हत्या करने के बाद उसका मोबाइल खुद प्रयोग करने लगा। एक साल तक उसने एकता के परिवार को इसी तरह गुमराह किया। पूरा परिवार समझ रहा था कि एकता जिंदा है। 20 मई 2020 को पुलिस की कॉल गई से परिवार के लोगों को एकता की हत्या के बारे में जानकारी मिली।