डीएम ने एलडीएम की लगाई क्लास, चेतावनी भी, 30 जून तक का अल्टीमेटम
- पीएम किसान सम्मान निधि के लाभार्थियों की केसीसी बनाने में बैंक उदासीन
- विभिन्न बैंक शाखाओं ने हजारों की संख्या में फाइलों में दबा रखा है आवेदन
- जिलाधिकारी ने रोष व्यक्त करते हुए अब 30 जून तक का दिया अंतिम समय
जनसंदेश न्यूज
वाराणसी। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के पंजीकृत किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड यानी केसीसी जारी करने में बैंक रुचि नहीं ले रहे हैं। विभिन्न शाखाओं में हजारों की संख्या में आवेदन फाइलों में दबे पड़े हैं। उनमें कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन, उद्यान और एमएसएमई विभाग की अर्जियां शामिल हैं। बैंकों के ऐसे उदासीन रवैये पर डीएम कौशल राज शर्मा ने एकबार फिर नाराजगी जतायी है। उन्होंने शनिवार को आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान मामले को लेकर एलडीएम मिथिलेश राय की जमकर क्लास लगायी और चेतावनी भी दी।
जिलाधिकारी कैंप कार्यालय में यह मीटिंग थी। डीएम ने विभाग के अफसरों को निर्देश दिया कि वह संबंधित बैंकों के वरिष्ठ अधिकारियों से मिलकर सूची उपलब्ध कराएं। साथ ही लिखित रूप में बैंकों की ओर से सरकारी योजनाओं से जुड़े कार्यों में बरती जा रहीलापरवाही की जानकारी दें। उन्होंने सीएमडी को भी पत्र लिखवाने को कहा और बैंक अफसरों को 30 जून तक की टाइम लाइन दी। श्री शर्मा ने चेताया कि इस तिथि तक यदि शत-प्रतिशत लोन स्वीकृत नहीं हुए तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ विभागीय संग शासन स्तर से सख्त कार्रवाई की संस्तुति होगी।
बैठक में डीडी कृषि डॉ. राजीव कुमार झा ने डीएम को बताया कि पीएम किसान सम्मान निधि में 5818 केसीसी जारी हो चुके हैं। 52067 आवेदन-पत्र बैंकों को उपलब्ध कराए गए हैं। पीएम किसान सम्मान निधि में दो लाख 14 हजार 100 किसानों को नियमित भुगतान हो रहा है और 48 हजार 507 लाभार्थियों की कार्यवाही शेष है। जबकि 1517 लाभार्थियों का सत्यापन हो चुका है। मीटिंग में कुछ अन्य बिंदुओं की समीक्षा भी हुई।