चकिया के शिक्षकों की मांग, क्वांरटाइन सेंटर में तब्दील विद्यालयों को सेनेटाइज्ड करने के बाद ही खोलें


एक जुलाई से विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य

जनसंदेश न्यूज़
चकिया/चंदौली। शासन द्वारा 1 जुलाई से स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति हेतु दिये गये निर्देश को देखते हुए रविवार को चकिया बीआरसी केन्द्र पर शिक्षकों ने बैठक की। इस मौके पर शिक्षकों ने बढ़ते कोरोना संकट के दृष्टिगत क्वांरटाइन सेंटर में तब्दील किये गये विद्यालयों को अच्छी तरह से सेनेटाइज किये जाने के बाद ही खोले जाने की अपील की। 
इस मौके पर शिक्षक नेता अजय गुप्ता ने कहा कि लॉकडाउन हटने के बाद से कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। अनलॉक होने के बाद से खतरा और भी बढ़ गया है, इसलिए हमें अभी विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। इस बीच शासन द्वारा एक जुलाई से विद्यालय खोले जाने के निर्देश को देखते हुए विद्यालयों का सेनेटाइज कराना अति आवश्यक है। क्योंकि लगभग प्रत्येक गांवों में प्राथमिक विद्यालयों को क्वांरटाइन सेंटर बनाया गया था। ऐसे में शिक्षकों की सुरक्षा सुनिश्चित किये जाने हेतु विद्यालयों को सेनेटाइज्ड कराने के बाद ही खोला जाये।
इस मौके पर इमरान अली, राजेश यादव, विवेक सिंह, अनिल यादव, रीता पांडे, उषा श्रीवास्तव, सदानंद दुबे, कनक कांति मिश्रा, शिवानंद सिंह, विनय सिंह, ओम प्रकाश दुबे, नरेश गुप्ता, शैलेश गुप्ता, कुंवर कलाधर, धीरेंद्र कुमार, अजय भारती, अशोक प्रजापति, महेंद्र मौर्य, नरेंद्र यादव, कैलाश प्रसाद, चंद्र प्रकाश गांधी, दिनेश मौर्या, जितेंद्र तिवारी व अन्य शिक्षक शिक्षिका साथी मौजूद थे।
आपको बता दें कि अन्य प्रांतों से भारी संख्या में प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी को देखते हुए शासन द्वारा गांवों के प्राथमिक विद्यालयों को क्वांरटाइन सेंटर में तब्दील किया गया था। लॉकडाउन के दौरान लगभग प्रत्येक गांवों में मजदूरों को आगमन हुआ है। 


 


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