बनारस में अब ड्रोन से होगा संपत्तियों का आंकलन, इस ब्लाक के पांच गांवों का चयन

पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर सेवापुरी ब्लाक के पांच राजस्व गांव चयनित


29 जून से शुरू होगी प्रक्रिया, ग्रामीणों को करेंगे ट्रेंड, तीन जुलाई को सर्वे


‘स्वामित्व योजना’ के लिए भारतीय सर्वेक्षण विभाग को मिली है जिम्मेदारी



सुरोजीत चैटर्जी
वाराणसी। राजस्व गांवों की विभिन्न संपत्तियों का आंकलन अब ड्रोन तकनीक के माध्यम से करेंगे। आरंभिक चरण में इसके लिए सेवापुरी विकास खंड के पांच राजस्व गांवों को पाटस प्रोजेक्ट के तौर पर चिह्नित किया गया है। इन गांवों में नयी टेक्नीक से सरकारी व अन्य संपत्तियों का ब्योरा प्राप्त करने के लिए तिथिवार टाइम लाइन निर्धारित की गयी है।
राजस्व परिषद के निर्देश पर पंचायत राज मंत्रालय भारत सरकार ने नवीनतम ड्रोन प्रौद्योगिकी का उपयोग कर ग्रामीण आबादी वाले इलाकों का सर्वे करने का फैसला लिया है। ‘स्वामित्व योजना’ में इस तकनीक से सर्वेक्षण कर सरकारी व अन्य संपत्तियों के अभिलेख ‘घरौनी’ के रूप में तैयार होंगे। स्कीम को अमली जामा पहनाने के लिए वाराणसी जनपद के राजातालाब तहसील क्षेत्र के सेवापुरी विकास खंड में पांच राजस्व गांव चिह्नित किये गये हैं।
इन गांवों में ड्रोन तकनीक के जरिये सर्वे के उद्देश्य से तिथिवार कार्ययोजना भी तय की गयी है। इस कवायद के लिए सेवापुरी ब्लाक के चक अटेसुआ, भोरखुर्द, देवपुरकला, किन्नूपुर आदि को पायलट सर्वे के अंतर्गत चयनित किया गया है। इन राजस्व गांवों में 29 जून को ग्राम सभाओं की बैठक करेंगे। उस दौरान ग्रामीणों को सर्वेक्षण के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा। उसके बाद दो जुलाई तक इन गांवों में ग्रामीण आबादी के तहत आने वाली संपत्तियों का चिह्नांकन चूना डालकर होगा।
अगले क्रम में दो जुलाई को ग्रामीणों को बताएंगे कि किस दिन ड्रोन के माध्यम से सर्वेक्षण होना है। उसके बाद तीन जुलाई को भारतीय सर्वेक्षण विभाग ड्रोन तकनीक से ग्रामीण आबादी का सर्वे करेगा। 11 जुलाई को भारतीय सर्वेक्षण विभाग अपने सर्वेक्षण से जुड़े आंकड़ों की प्रोसेसिंग कर आबादी क्षेत्र का नक्शा उपलब्ध कराएगा। 12 जुलाई से 11 अगस्त तक सहायक अभिलेख अधिकारी के निर्देशन में आरंभिक आवासीय अधिकार अभिलेख (घरौनी) तैयार होगी।
एडीएम प्रशासन रण विजय सिंह ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अगले क्रम में उन घरौनियों पर 12 अगस्त से 11 सितंबर तक आपत्तियां लेकर उसके निस्तारण की प्रक्रिया चलेगी। अंत में 12 सितंबर से 26 सितंबर तक सहायक अभिलेख अधिकारी प्राप्त आपत्तियों पर निस्तारित घरौनी को अंतिम रूप देंगे।


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