अब ‘सीएसओ’ करेंगे मनरेगा की निगरानी, यूपी के इन 50 जिलों से होगी शुरुआत


मजदूरों को उनकी डिमांड पर काम दिलाएंगे गैर सरकारी संगठन


ग्रापं में गठित करेंगे श्रमिकों का समूह, देंगे विभिन्न स्तर की ट्रेनिंग


तालमेल रखते हुए नागरिक सामाजिक संगठन कराएंगे कई कार्य

जनसंदेश न्यूज
वाराणसी। मनरेगा कार्यों की निगरानी जल्द ही गैरसरकारी संगठनों के हाथों सौंपने की तैयारी है। यह संगठन न सिर्फ रोजगार की मांग करने वालों को काम दिलाने की जिम्मेदारी संभालेंगे बल्कि प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक-एक श्रमिक संगठन का गठन कर उन्हें ट्रेनिंग भी देंगे।
इस बारे में प्रदेश सरकार ने पहल शुरु कर दी है। आरंभिक चरण में वाराणसी समेत यूपी के 50 जनपदों में यह व्यवस्था लागू होगी। जानकारी के मुताबिक प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह ने इस विषय में ग्राम विकास विभाग को आवश्यक तैयारी के निर्देश दिये हैं। जिसके तहत डिमांड आधारित महात्मा गांधी राष्टकृीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम-2005 (मनरेगा) में और अधिक पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से ‘नागरिक सामाजिक संगठन’ (सीएसओ या सिविल सोसायटी ऑर्गनाइजेशन) को शामिल करने की कवायद है।
चयनित सीएसओ जागरूकता फैलाने, साधन जुटाने, मजदूरी की मांग करने वालों की मदद करने, उनकी क्षमताओं को अपेक्षाकृत और सशक्त बनाने, कार्य प्रणाली के ढांचे और रोजगार की मांग करने वालों के बीच तालमेल बनाने की जिम्मेदारी संभालेंगे। जिससे श्रमिक रोजगार मांगने के अपने हक को सुरक्षित करते हुए कार्य की डिमांग करें। साथ ही किये गये कार्यों का भुगतान समय पर हो।
आरंभिक चरण में शासन स्तर से चुने गये जनपदों में सीएसओ को प्रत्येक दिन आठ से दस ग्राम पंचायतों में चल रहे मनरेगा कार्यों का मौका-मुआयना कर अपनी रिपोर्ट देनी होगी। यह संगठन श्रमिकों के समूह गठित कर उन्हें प्रशिक्षित करेंगे। साथ ही कोरोना महामारी को देखते हुए कार्य स्थलों पर सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य इंतजामों का दायित्व संभालते हुए इस बीमारी के बारे में श्रमिकों को जागरूक भी करेंगे।


इन जिलों में होगी शुरुआत
वाराणसी, चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर, देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर, महराजगंज, आजमगढ़, सुल्तानपुर, मीरजापुर, भदोही, सोनभद्र, मऊ, बलिया, श्रावस्ती, पीलीभीत, महोबा, झांसी, बांदा, चित्रकूट, इटावा, कन्नौज, फर्रुखाबाद, औरैया, जालौन, लखनऊ, रायबरेली, हमीरपुर, महोबा, सीतापुर, खीरी, हरदोई, बस्ती, उन्नाव, संत कबीरनगर, सिद्धार्थनगर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, गोंडा, अमेठी, बहराइच, बलरामपुर, फतेहपुर, प्रयागराज, कानपुर नगर, कानपुर देहात, बाराबंकी, कौशांबी, प्रतापगढ़।


 


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