सर...थानाध्यक्ष जमकर करते हैं वसूली! हर चीज का है फिक्स रेट, व्यापारी प्रतिनिधि मंडल ने एसपी से लगाई गुहार


पुलिसिया उत्पीड़न आजिज व्यापारियों ने एसपी से लगाई गुहार


लॉकडाउन: मुकदमें की दहशत दिखाकर व्यापारियों से अवैध वसूली


थाने में दलालों के माध्यम से होता है कार्य : लाल जी गुप्ता  



जनसंदेश न्यूज 
गाजीपुर। लॉकडाउन में थानाध्यक्ष जंगीपुर द्वारा लगातार व्यापारियों के उत्पीड़न व रिश्वतखोरी को लेकर चेयरमैन प्रतिनिधि की अध्यक्षता में उप्र व्यापार मंच के सदस्यों ने मंगलवार को पुलिस अधीक्षक से मिलकर शिकायत किया।
जंगीपुर नगर पंचायत चेयरमैन प्रतिनिधि लाल जी गुप्ता ने पुलिस अधीक्षक डा. ओमप्रकाश सिंह से बताया कि थाना जंगीपुर पूरी तरह दलालों का अड्डा बन गया है। थाने में ईमानदार जनप्रतिनिधि व समाजसेवियों की बातों को अनसुनी कर दिया जाता है। जनता का कार्य दलालों के माध्यम से होता है। समाजसेवी ना तो थाने की तरफ रूख करना चाहते हैं और ना ही किसी को न्याय दिलाने की बात कह सकते हैं। 
चेयरमैन प्रतितिधि ने बताया कि जंगीपुर पुलिस ने क्षेत्र में चार स्थानों पर जुएं पकड़े थे। उक्त जुए में पकड़े गए लोगों को निजी मुचलके पर छोड़ने के नाम पर थानाध्यक्ष जयचंद भारती ने दलालों के माध्यम से एक लाख 57 हजार 500 की अवैध वसूली की है। प्रतिनिधि मंडल ने आरोप लगाया कि थानाध्यक्ष की पशु तस्करों से काफी मिलीभगत है। गौ तस्करों से थानाध्यक्ष लाखों रुपए महीने की वसूली करते हैं। आगे बताया कि व्यापारियों के घर पुलिस जाकर यह कह रही है कि लॉकडाउन में तुम लोगों के ऊपर विभिन्न धाराओं  में मुकदमा दर्ज हुआ है।  जिसकी विवेचना चल रही है थाने में आकर थानाध्यक्ष से मिलें। जब व्यापारी थाने गए तो वहां मुकदमे की दहशत दिखाकर व्यापारियों से 2500-2500 रूपए की धन उगाही की गई। 
आरोप लगाया कि जंगीपुर पुलिस द्वारा पुलिसिया रवैया अपनाते हुए आए दिन  व्यापारियों को मारना-पीटना, गाली-गलौज करना व मुकदमा दर्ज करना आम बात हो गई है। बताया कि सोशल मीडिया पर टिक-टॉक के माध्यम से एक मामूली पोस्ट डालने पर सुजीत वर्मा को थाने में बंद कर दिया गया। जब व्यापारियों ने  थानाध्यक्ष से बात किया तो उन्होंने कहा कि मैं अपनी फजीहत नहीं कराऊंगा और  सुबह चालान करूंगा। परंतु जब दलाल के माध्यम से 12 हजार थानाध्यक्ष को मिला तो सुजीत वर्मा को छोड़ दिये। थाने पर वेरीफिकेशन का 1500 रूपए रेट फिक्स है, थाना क्षेत्र में चलने वाली सभी सवारी गाड़ियों से महीना फिक्स है। जिसकी वसूली के लिए बकायदे यादव मोड़ पर एक सिपाही व होमगार्ड नियुक्त हैं। यही नहीं थाने में रिश्वत लेकर मुकदमे भी लिखे जाते हैं। 
प्रतिनिधि मंडल ने पुलिस अधीक्षक से मांग किया कि उक्त आरोपों की जांच पीड़ित लोगों पर बिना दबाव बनाएं ईमानदार और निष्पक्ष जांच कमेटी द्वारा कराके न्याय प्रदान कराने की कृपा करें। प्रतिनिधिमंडल में  मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंच के अध्यक्ष प्रभु दयाल वर्मा, सुरेश चंद्र गुप्ता, बृजेश वर्मा, संजय गुप्ता, गुरुदयाल वर्मा, रमाशंकर गुप्ता, विशाल, राम जी वर्मा, विकेश गुप्ता आदि लोग थे।
 


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