संदीप को नसीब नहीं हुई घर की डेहरी, मुंबई से अपने घर प्रतापगढ़ आने के दौरान यूपी बार्डर पर हुई मौत
जनसंदेश न्यूज़
शंकरगढ़/प्रयागराज। पिता के साथ मुंबई से प्रतापगढ़ अपने घर आ रहे युवक को ना तो अपना घर नसीब हो पाया और ना ही अपना प्रदेश। उत्तर प्रदेश की सीमा में पहुंचने से चंद कदम पहले ही उसके प्राण पखेरू उड़ गये। यह मामला यूपी एमपी के बॉर्डर चाकघाट में 27 मई की शाम का है। युवक की शिनाख्त 28 मई को हो पाई।
यूपी एमपी की सीमा चाकघाट बॉर्डर पर 27 मई को दूसरे पहर भारी गहमागहमी थी। इसी दौरान मध्यप्रदेश की ओर से एक बस चाकघाट चेक पोस्ट के पहले ही आकर रुकी, इससे काफी लोग नीचे उतरे। लोगों की भीड़ में एक 28 साल का युवक भी था जो उतरते ही पानी पीने के लिए दौड़ा। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक उस युवक ने एम.पी.की सीमा में ही पानी पिया और खुद को सामान्य करने की कोशिश करने लगा। वह सामान्य हो पाता, इसके पहले ही वह गिर पड़ा और प्राण पखेरू उड़ गए।
युवक की मौत के उपरांत आसपास के लोग कोरोना के डर से भयभीत हो गए और मृतक के शरीर से दूरी बना ली। थोड़ी ही देर में रीवा जनपद की पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन उसने भी कोरोना के भय से युवक के शव को हाथ नहीं लगाया और स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी। थोड़ी ही देर में एंबुलेंस और स्वास्थ विभाग की टीम आई और पोस्टमार्टम के लिए त्योंथर, रीवा ले गई।
पोस्टमार्टम के दौरान कागजातों के आधार पर उसकी शिनाख्त संदीप पांडेय 28 वर्ष पुत्र उदित नारायण पांडेय निवासी असहा थाना पट्टी प्रतापगढ़ के रूप में हुई। परिजनों ने बताया कि संदीप मुंबई से अपने पिता के साथ निकला था, लेकिन रास्ते में ही अपने पिता से बिछड़ गया। जानकारी के मुताबिक संदीप के दो बच्चे और पत्नी अभी मुंबई में ही है। संदीप जहां मुंबई में नीलकमल कंपनी में काम करता था तो वही पिता भी सिक्योरिटी गार्ड में था।