पुलवामा जैसी घटना को अंजाम देने की थी साजिश! सुरक्षाबलों ने बड़ी घटना होने से बचाया
जनसंदेश न्यूज़
नई दिल्ली। बीते साल फरवरी 2019 में हुई पुलवामा अटैक को कौन भूल सकता है। आतंकियों द्वारा दिये गये वह जख्म आज भी ठीक से भरे नहीं है। इसी बीच आतंकियों ने एक बार फिर ऐसा ही कुछ खतरनाक इरादों को अंजाम देने की साजिश को सेना ने नाकाम कर दिया है। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में आतंकवादी एक बार फिर विस्फोटक भरी कार को सुरक्षाबलों की गाड़ियों से टकरना चाहते थे। जिसे सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार ने बताया कि यह साजिश जैश-ए-मोहम्मद की थी और हिज्बुल मुजाहिद्दीन इसमें मददगार था। दोनों आतंकवादी संगठन मिलकर एक बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे।
आईजी विजय कुमार ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, ‘हमें पिछले सप्ताह से ही जानकारी मिल रही थी कि जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिद्दीन मिलकर फिदायीन हमला करने वाले हैं। इसके लिए इन्होंने सेंट्रो कार ली है, इसमें आईडी भरकर हमला किया जा सकता है। कल दिन में और जानकारी मिली शाम तक सूचना पुष्ट हो गई। पुलवामा पुलिस ने सीआरपीएफ और सेना की मदद से नाका पार्टी लगाया था।’
विजय कुमार ने कहा, ‘आयनगुंड में जब वह गाड़ी दिखी तो नाका पार्टी ने वार्निंग फायरिंग की, लेकिन इसके बावजूद वह भागा। अगले नाका पर भी फायरिंग हुई। इसके बाद वह गाड़ी छोड़कर जंगल में भाग गया। सुबह बम डिस्पोजल स्क्वायड ने कार की जांच की। सुरक्षबालों ने बहुत बड़ी घटना को रोक लिया है।’
उन्होंने कहा कि जांच के लिए बाहर से भी टीम बुलाई जा रही है। कार को उड़ाते समय लपटें करीब 50 मीटर तक उठी थी। पुलिस ने बताया कि विस्फोटक करीब 40-45 किलो हो सकता है।