नये नक्शे में नेपाल ने भारत के कुछ हिस्सों को दिखाया अपना, इसके पीछे चीन की चाल तो नहीं!
जनसंदेश न्यूज़
नई दिल्ली। नेपाल कैबिनेट ने सोमवार को अपने देश का नया राजनीतिक नक्शा जारी किया है। जिसमें उसने भारत के प्रभाव वाले क्षेत्र लिम्पियाधुरा कालापानी और लिपुलेख को नेपाल सीमा का हिस्सा दिखाया गया है। कैबिनेट ने इसे अपना जायज़ दावा क़रार देते हुए कहा कि महाकाली (शारदा) नदी का स्रोत दरअसल लिम्पियाधुरा ही है जो फ़िलहाल भारत के उत्तराखंड का हिस्सा है। नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप ग्यावली ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। हालांकि भारत इससे इनकार करता रहा है।
आपको बता दें कि अभी दस दिन पहले ही भारत ने लिपुलेख इलाके में सीमा सड़क का उद्घाटन किया था। यह सड़क लिपुलेख से होकर ही तिब्बत चीन के मानसरोवर जाने का रास्ता है। जिस पर नेपाल ने कड़े शब्दों में भारत के इस कदम का विरोध करते हुए उसे अपना क्षेत्र बताया था।
ज्ञातव्य हो कि छह महीने पहले भारत ने अपना नया राजनीतिक नक्शा जारी किया था। जिसमें जम्मू और कश्मीर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख़ के रूप में दिखाया गया था। इस मैप में लिम्पियाधुरा, कालापानी और लिपुलेख को भारत का हिस्सा बताया गया था। नेपाल इन इलाक़ों पर लंबे समय से अपना दावा जताता रहा है। जानकारों के मुताबिक नेपाल के इस नये कदम के पीछे चीन का हाथ है।