मुंबई से मधुबनी जा रहे श्रमिकों ने जमकर किया हंगामा, बदइंतजामी का आरोप, फूले हाथ-पांव
काफी मान-मन्नौवल के बाद माने यात्री
जनसंदेश न्यूज़
पड़ाव/चंदौली। क्षेत्र के व्यास नगर रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार की देर शाम भूख और प्यास से तिलमिलाए यात्रियों ने घंटो तक जमकर हंगामा किया। देश की लाइफलाइन मानी जाने वाली भारतीय रेल वैश्विक महामारी के इस दौर में लोगों की जमकर फजीहत करा रही है। लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के लिए सरकार श्रमिक स्पेशल ट्रेन चला रही है, लेकिन रेलवे की बदइंतजामी के कारण सरकार के मंसूबे पर पानी फिर रहा है। जिससे लॉकडाउन का दंश झेल रहे इन मजदूरों की तकलीफ बढ़ा दी है।
इसी क्रम में मुंबई से मधुबनी के लिए जा रही ट्रेन के यात्रियों ने जमकर हंगामा किया। भीवण्डी मुम्बई से वाराणसी जा रही श्रमिक स्पेशल ट्रेन को भी व्यासनगर रेलवे स्टेशऩ पर रोक दिया। जो 6 बजे से 8 बजे दो घंटे तक उक्त स्टेशन पर रुकी रही। मौके पर जीआरपी पहुंचकर यात्रियों को काफी समझा-बुझाकर शांत कराया, तब जाकर 2 घंटे पश्चात 8 बजे वाराणसी के लिए रवाना हुई।
दरअसल लॉकडाउन में श्रमिकों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन मुंबई से मधुबनी के लिए जा रही थी। लेकिन यात्रियों के अनुसार 20 मई से चली ट्रेन मंजिल तक नहीं पहुंच सकी। जैसे ही शुक्रवार की शाम व्यासनगर रेलवे स्टेशन पर पहुंच कर ट्रेन रूकी। उसी दौरान यात्रा कर रहे यात्री ट्रेन से उतरकर हंगामा करने लगे और लोग भुख और प्यास से बिलबिला उठे। यात्रियों का आरोप है कि ट्रेन को बेवजह जहां तहां रोक दिया जा रहा है, लेकिन न कोई पूछने वाला है और न ही बताने वाला।
नाराज होकर दर्जनों की संख्या में लोगों ने रेलवे ट्रैक जाम कर दिया और जमकर हंगामा किया। इस दौरान रेल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। यात्रियों ने यहां तक आरोप लगाया कि 72 घंटे से सफर कर रहे हम सभी को कहीं भी ना पानी और ना ही भोजन की व्यवस्था मिली। जिससे इस भीषण गर्मी में हम सभी को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। हम सभी यात्री जहां से चले थे। बस उसी जगह महाराष्ट्र मे एक पैकेट बिस्कुट और एक बोतल पानी मिला था। उसके पश्चात अब तक 72 घंटे हो गए हैं लेकिन कोई भी खाने पीने की व्यवस्था उपलब्ध नहीं हो पाई है।