मंडी में अवैध निर्माण न हटाने पर बिफरे एडी, अगर ऐसा नहीं हुआ तो लाइसेंस रद्द कर होगा एफआईआर
सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क व ग्लब्स का प्रयोग नही करेंगे तो रद्द होंगे लाइसेंस और होगा एफआईआर
जनसंदेश न्यूज़
वाराणसी। उत्तर प्रदेश राज्य कृषि उत्पादन मण्डी परिषद के अपर निदेशक कुमार विनीत ने सोमवार को पहड़िया मंडी का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पाया कि मंडी में अवैध निर्माण नही हटाया गया है। इस पर उन्होंने गहरी नाराजगी जतायी। मंडी की टूटी नालियों व उसमें पड़े सील्ड को भी देखकर भड़क उठे। नाराजगी जताते हुए उन्होंने पहड़िया मंडी के उपनिदेशक निर्माण को एक हफ्ते में नालियों को दुरुस्त कराते हुए मुकम्मल सफाई कराने और उसकी फोटो सहित रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया।
अपर निदेशक कुमार विनीत सोमवार की भोर में करीब पांच बजे पहड़िया मंडी पहुंचे और औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मंडी अधिकारियों व कर्मचारियों की घिग्घी बंधी रहीं। उन्होंने बताया कि मण्डी में कारोबार करने वाले आढ़ती अपने कारोबार स्थल पर सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के साथ ही मास्क, ग्लब्स का प्रयोग नही करेंगे तो पहले उनके खिलाफ जुर्माना लगाया जाएगा। इसके बाद भी उनके आदत में सुधार नहीं होगा तो लाइसेंस निरस्त करने के साथ ही 188 के तहत एफआईआर दर्ज करायी जाएगी। इसके लिए मंडी सचिव देवेन्द्र कुमार वर्मा को निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि मंडी में प्रतिदिन टैंकर से सोडियम हाइपो का छिड़काव, सभी आढ़त व मण्डी कार्यालय परिसर को सेनेटाइज करते हुए सभी आढ़तियों के आढ़त पर हाथ धोने के लिए साबुन व पानी की व्यवस्था सुनिश्चित कराये जाने का निर्देश भी दिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में आलू, प्याज, लहसुन, टमाटर, नींबू, अदरक व हरि मिर्च को छोड़कर कुल 46फल/सब्जी के उपज पर मण्डी शुल्क समाप्त करने की कवायत मुख्यमंत्री के स्तर से चल रही है। जल्द ही कारोबारियों से सुझाव लेकर राज्यपाल के पास अधिसूचना जारी कराने के लिए भेजा जायेगा। निरीक्षण के दौरान अपर निदेशक से आढ़ती मिले और दुश्वारियों से अवगत कराया।