मां के बुने स्वेटर को आज भी ठंडे इलाकों में लेकर जाते है हप्पू सिंह, कैंसर से जूझते हुए मां ने बुना था इनके लिए स्‍वेटर


बोले, हिम्मत, प्यार और उम्मीद का आधार होती है मां

जनसंदेश न्यूज़
इंदौर। हम सबके जीवन में हमारी मां सबसे महत्वपूर्ण इंसान होती हैं। वह हिम्मत, प्यार और उम्मीद का एक आधार होती हैं। अपनी सभी इच्छाओं और जरूरत को परे रखकर, वह हमेशा अपने बच्चे को सबसे पहले रखती हैं। उसका बच्चा जीवन में क्या चाहता है उसे पूरा करने के लिये किसी भी हद तक चली जाती हैं। उनका प्यार और दुलार निश्छल और अतुलनीय है। वह अपनी पूरी ताकत से हमारी समझ को आगे बढ़़ाते हुए हमारी जिंदगी संवारती हैं। हमें बेहतर बनाने और जीवन में हम काफी कुछ हासिल कर सकें, उसके लिये हमें सींचती हैं और हमें सिखाती हैं। 
‘हप्पू के उलटन पलटन’ के चहेते दरोगा हप्पू सिंह ने अपनी मां से जुड़ी बचपन की ऐसी ही दिल छू लेने वाली बातें, शेयर कीं। उन्होंने दर्शकों और अपने फैन्स को हंसाकर लोट-पोट कर दिया,जब उन्होंने अपनी मां के  साथ के आखिरी दिनों से जुड़ी दिल छू लेने वाली यादों को बड़े ही मजेदार अंदाज में बयां किया। 
इस बात से सभी वाकिफ हैं कि योगेश त्रिपाठी ने हमेशा ही अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां को दिया है। उनका मानना है कि उनकी मां का उन पर विश्वास और भरोसा ही उन्हें आज यहां तक लेकर आया है। अपनी मां से जुड़ी यादों को जीवंत करते हुए, उन्होंने उस चमकीले पीले स्वेटर के बारे में चर्चा की! यह एक ऐसी चीज है जोकि योगेश को अपनी मां के साथ गहरे रिश्ते को जोड़ती है। यह स्वेटर उन्होंने अपने आखिरी दिनों में बनाया था। 
अपनी सफलता का श्रेय हमेशा अपनी मां को देने वाले योगेश उस खास तोहफे के  बारे में बताते हैं, जिसे उन्होंने सबसे संभालकर रखा है-एक पीला स्वेटर! नम आंखों से योगेश कहते हैं, वह कैंसर से जूझ रही थीं, लेकिन उन्होंने मेरे लिये एक स्वेटर बुनने की जिद की और वह भी पीले रंग का क्योंकि उन्हें पता था कि मेरा फेवरेट रंग यही है। यह स्वेटर मेरे लिये बेहद खास है और जब भी मैं किसी ठंडे इलाके में जाता हूं अपने साथ लेकर जाता हूं। उनकी तरफ से मेरे लिये यह आखिरी तोहफा था। 
बचपन की यादों में इसका खास महत्व है, छुपकर गोविंदा की फिल्में देखने जाने से लेकर, ऑरेंज कैंडी और थियेटर के दिनों की यादों में। अब मैं जब भी इस स्वेटर को हाथ में लेता हूं मुझे ऐसा लगता है कि वह मेरे साथ है और मुझे देख रही है। यह पीला स्वेटर सबसे कीमती तोहफा है और इसे मैं हमेशा संभालकर अपने पास रखूंगा। योगेश के कॅरियर को गढ़ने में उनकी मां का बड़ा योगदान रहा है और अभी वह अपनी मां के साथ बचपन की बातों को याद करते हुए, गोविंदा की ढेर सारी फिल्मों का मजा ले रहे हैं।  


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