लॉकडाउन में गाने का रियाज, खाना पकाना और पेटिंग सीख रही हैं बनारस की मशहूर मॉडल पाखी



थाईलैंड में जीता था मिस इंडिया एशिया पेसेफिक बेस्ट बॉडी फिगर अवार्ड


बोली, कोरोना वारियर्स के सम्मान के साथ करें लॉकडान के नियमों का पालन

जनसंदेश न्यूज़
वाराणसी। यह बहुत कठिन समय है, ऐसे समय में हमें संयम और धैर्य के साथ काम लेते हुए घरों में रहकर अपने अंदर रचनात्मक कार्यों को विकसित करना चाहिए। जिससे कि हमारा समय भी कट जाये और हम घर में बैठे-बैठे बोर भी ना हो। यह कहना है वाराणसी की रहने वाली मॉडल पाखी सिंह का। जनसंदेश टाइम्स के साथ हुई टेलिफोनिक वार्ता के दौरान उन्होंने ना सिर्फ कोविड-19 से बचने के लिए लोगों को लॉकडाउन के नियमों का पालन करने की अपील की, बल्कि संकट के इस दौर में जरूरतमंदों की ज्यादा से ज्यादा मदद करने की अपील भी की है। 



2014 से मॉडलिंग शुरू करने वाली पाखी सिंह मूल रूप से वाराणसी की रहने वाली है। सन् 2017 में थाईलैंड में हुए मिस इंडिया एशिया पेसेफिक पेजेंट में भाग लिया था। जहां इन्होंने मिस इंडिया एशिया पेसेफिक बेस्ट बॉडी फिगर का अवार्ड भी जीता था। जिसके लिए यह काफी प्राउड फील करती है और कहती है कि मुझे इस बात का हमेशा गर्व रहेगा कि मैंने इण्डिया को इंटरनेशनल स्तर पर रिप्रजेंट किया। 



बीते नवंबर माह में डा. दीपक जोशी के साथ इनकी सगाई हुई हैं। लॉकडाउन के कारण इनके कई फैशन शो रूके हुए है और वें इन दिनों बनारस में ही फंसी हुई हैं। जहां से वें लोगों को सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए अपना ख्याल रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इस मुश्किल घड़ी में हमें अपनी सुरक्षा खुद करनी होगी। आज जब हर कोई घरों में कैद है तो उसके पास कुछ रचनात्मक करने का मौका है। वें खुद इन दिनों नये-नये पकवान बनाना सीखने के साथ ही पेटिंग और सिगिंग कर रही है। 



पाखी एक अच्छी क्लासिकल डांसर भी है, इसलिए वें अपने घर में खूब डांस कर रही है। पाखी ने बताया कि इस दौर में हमें हमें अपने इम्युनिटी सिस्टम को भी सही रखना होगा, जिसके लिए हमें अपने डाइट में अच्छे और पौष्टिक चीजों को शामिल करना होगा। पाखी की डायटिशियन डा. आंचल बताती है कि कोरोना वायरस चूंकि कमजोर इम्युनिटी सिस्टम वालों पर जल्दी अटैक करता है तो हमें अपने इम्युनिटी सिस्टम को सुधारने के लिए नियमित रूप से एक्ससाइज और योगा करने के साथ ही फल और हरी सब्जियों का अत्यधिक सेवन करना चाहिए। 



पाखी के पिता तीर्थराज सिंह फिजियोथेरेपिस्ट है। जो इन दिनों सुल्तानपुर में पोस्टेड है। वें दिन रात लोगों की सेवा में जुटे हुए है। उन्होंने अपील किया कि इस मुश्किल घड़ी में डाक्टर, पुलिस, सफाईकर्मी ये लोग दिन रात सेवा में लगे हुए है, इसलिए हमें इनका सम्मान करना चाहिए और साथ ही साथ जो जरूरतमंद लोग है। उनको मदद करके भी हम इस मुश्किल घड़ी में देश और समाजसेवा में अपनी सहभागिता निभा सकते है। 




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