डीएम ने तीन ब्लाक के प्रधानों को मोबाइल डीजे व ड्रैगन लाइट की व्यवस्था करने का दिया निर्देश, जानिएं क्यों.....


बजाएंगे डीजे, करेंगे स्प्रे, भगाएंगे टिड्डी


फसलों को टिड्डियों से बचाने के लिए डीएम ने की बैठक


आज सुबह प्रत्येक स्तर पर तैयारी कर लेने के दिये निर्देश


फायर ब्रिगेड व मैन्युअल स्प्रे से कराएंगे दवा का छिड़काव


अफसरों, लेखपालों व ग्राम प्रधानों को अलर्ट रहने पर जोर

जनसंदेश न्यूज
वाराणसी। जनपद में टिड्डियों के संभावित हमले और उससे फसलों को होने वाले नुसकान के खतरे को देखते हुए गुरुवार देर शाम जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने कैंप कार्यालय में तैयारी बैठक की। इस मौके पर उन्होंने इस बारे में सभी आवश्यक संसाधनों के साथ पूरी तैयारी रखने के निर्देश दिया।
डीएम ने सबंधित विभागों से अधिकारियों से कहा कि टिड्डियों के हमले से फसलों को बचाने के लिए हर संभव उपाय कर लिए जायं। काशी विद्यापीठ, आराजी लाइन और सेवापुरी विकास खंड क्षेत्रों में विशेष रूप से बचाव अभियान चलाया जाएगा। कारण, टिड्डियों का दल मीरजापुर तथा सोनभद्र इलाकों में पहुंच चुका है और उसके आगे बढ़कर वाराणसी में पहुंचने की आशंका है। यदि टिड्डी दल यहां पहुंचा तो फसलों को क्षति पहुंच सकती है।
श्री शर्मा ने शुक्रवार को सुबह से ही प्रत्येक स्तर पर तैयारी कर लेने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गांव में 20 ट्रैक्टर, हर विकास खंड में 20 टाटा मैजिक तैयार रखें। इसके अलावा बड़े तालाब एवं नलकूपों को चिह्नित कर उनकी लिस्ट बना लें। साथ ही स्प्रे के लिए फायर ब्रिगेड की 4-5 गाड़ियां तैयार रखें। हर एक ब्लाक पर 100-100 मैन्युअल स्प्रे वालों को भी तैयार रखा जाय। इस कार्य के प्रभारी प्रभारी एडीओ पंचायत होंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि तीनों विकास खंडों में प्रत्येक ग्राम प्रधान मोबाइल डीजे चिह्नित करते हुए ड्रैगन लाइट की व्यवस्था सुनिश्चित कर लें। ताकि दिन में आवाज कर और रात में दवा का छिड़काव करते हुए टिड्डियों को मारा जा सके।
उन्होंने जिला कृषि अधिकारी को तीनों विकास खंडों में पांच से दस टीमें बनाकर ग्रामीणों को जागरूक करने के निर्देश दिये। साथ ही इन ब्लाकों के सभी ग्राम प्रधानों की बैठक करा ली जाय। एसडीएम अपने-अपने क्षेत्र में संबंधित ब्लाकों में तैनात लेखपालों की ड्यूटी लगाएंगे। जिससे लेखपाल लगातार ग्राम प्रधानों के संपर्क में रहें। डीएम ने जिले से आठों विकास खंडों पर उपलब्ध संसाधनों की सूची बनाने का निर्देश दिया। उस लिस्ट में ट्रैक्टर, पावर स्प्रे, मैन्युअल स्प्रे, बड़े तालाब और ट्यूबवेल आदि चिह्नित रहेंगे।


 


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