भाजपा के सहयोगी रहे इस पूर्व मंत्री को मिली जान से मारने की धमकी, कोतवाली में दर्ज कराया मुकदमा
मोबाइल कॉल रिकार्ड के आधार पर आरोपी को पकड़ने में जुटी पुलिस
जनसंदेश न्यूज
गाजीपुर। सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मंत्री ओम प्रकाश राजभर को फोन पर जान से मारने की धमकी मिली है। पूर्व मंत्री ने कासिमाबाद कोतवाली में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस को सबूत के तौर पर मोबाइल में रिकॉर्ड आवाज सहित फोन नंबर भी सौंपा है।
कोतवाली पुलिस को दिए गए तहरीर में पूर्व मंत्री ने बताया कि विगत 14 मई को 12.20 बजे रसड़ा से कासिमाबाद जाते समय परजीपाह गांव के आस पास मेरे मोबाइल फोन पर एक अंजान नंबर से फोन आया था। फोन पर जो युवका था वह बातचीत के दौरान हमसे गाली गलौज करने के साथ ही जान से मारने की धमकी देने लगा। मना करने के बाद मेरे पूरे परिवार को भी जान से मारने धमकी देने लगा। किसी अनहोनी को लेकर मैनें सर्तकर्ता के तौर पर उसका फोन काल अपने मोबाइल पर रिकार्ड कर लिया। ताकि मेरे साथ कोई हादसा होने के बाद समर्थकों को सच्चाई की पता चलें। पूर्व मंत्री ने बताया कि इससे पूर्व भी मुझे और मेरे पुत्र को जान से मारने की धमकी मिल चुकी है।
इस संबंध में कोतवाल बलवान सिंह ने बताया कि पूर्व मंत्री के तरफ से तहरीर मिला है। तहरीर के आधार पर पूरे मामले की जांच की जा रही है। दोषी को जल्द गिरफ्तार पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। दरअसल ओमप्रकाश राजभर यूपी सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण और दिव्यांग जन कल्याण मंत्री भी रह चुके है, जिन्हें योगी सरकार ने बर्खास्त कर दिया था। वहीं सुभासपा से वर्तमान में चार विधायक भी है। इनका पूर्वांचल के राजनीति में खासा प्रभाव है। पूर्व मंत्री का राजभर समाज में काफी जनाधार है। जिसके वजह से हर राजनीतिक दल इनसे संपर्क साधना चाहता है।