बीमार महिला दवा की जगह दिनभर खाती रही ठोकरें, निष्ठुर हुए डाक्टर
जनसंदेश न्यूज़
बीजपुर/सोनभद्र। लॉकडाउन में दुर्व्यवस्था का आलम यह है कि एक बीमार महिला लचर स्वास्थ्य सुविधा के आगे दवा के लिए डॉक्टरों के दर पर ठोकरें खाने को मजबूर हो गयी है। स्वास्थ्य सुविधा ग्रामीण इलाके में आमजन के लिए परेशानी का सबब बनती जा रही हैं। अस्पतालों में दवा इलाज की मुकम्मल व्यवस्था ना होने से बीमार और उसके तीमारदार यहां से वहां भटक धक्के खाने को मजबूर हैं।
गौरतलब हो कि कोविड-19 के तहत सोनभद्र का स्वास्थ्य महकमा कोरोना के मरीजों को ढूंढने और उसके इलाज में लगा हुआ है। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग कोरोना के अलावा अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीजों की दवा इत्यादि करना भूल गया है। ऐसे में दवा इलाज के अभाव में गरीब तबके के लोग दर-दर भटक कर अपनी जान गवाने के लिए बजबुर होकर शोषण का शिकार भी हो रहे हैं।
शुक्रवार की सायं 4 बजे बीजपुर थाना क्षेत्र स्थित एनटीपीसी के धन्वन्तरि चिकित्सालय मे एक महिला गंभीर अवस्था में दवा इलाज के लिए पहुंची तो इमरजेंसी में तैनात डॉक्टर और नर्स द्वारा यह कह कर बीमार महिला को लौटा दिया गया की सीएमओ सोनभद्र द्वारा मरीजों को भर्ती करने पर यहाँ रोक लगाई गई है। मौके पर आपातकालीन विभाग मे ड्यूटी दे रहे, चिकित्सक द्वारा 200 रुपये बीमार महिला के पुत्र से जमा तो कराया गया लेकिन बीपी और शरीर का तापमान तक नहीं नापा गया। बीमार महिला के पुत्र ने बताया कि गुरुवार को वह अपनी बीमार मां का इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र म्योरपुर मे कराने गया था, जहाँ चिकित्सक ने टाइफाइड, शुगर और बी पी आदि की समस्या बताकर दवा लिखकर घर भेज दिया था। लेकिन ठीक होने की बजाय शुक्रवार को दिन में हालत पुनः गंभीर होने पर महिला को लेकर परिजन 04 बजे एनटीपीसी धन्वन्तरि अस्पताल पहुंचे जहाँ मरीज को देखते ही सीएमओ सोनभद्र का हवाला देकर भर्ती ना करने का फरमान सुना दिया गया।
इस संबंध में एनटीपीसी धन्वन्तरि अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रेनू सक्सेना ने बताया कि कोविड-19 के तहत सोनभद्र जिले के स्वास्थ विभाग द्वारा चिकित्सालय को अधिग्रहित कर लिया गया है जिसके कारण मुख्य चिकित्सा अधिकारी सोनभद्र के द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों के क्रम में ही इस अस्पताल का संचालन किया जा रहा है उन्हों ने बताया कि यहाँ कोरोना वायरस की जांच की कोई व्यवस्था नहीं होने के कारण घटना दुर्घटना और चोट से आए मरीजों का ही इमरजेंसी में इलाज किया जा रहा है।
गौरतलब हो कि सीमावर्ती बैढ़न जाने वाला मार्ग सील होने और वाहनों का आवागमन बंद होने के कारण बीजपुर थाना क्षेत्र के लगभग 50 हजार आबादी के पास दवा इलाज कराने के लिए एनटीपीसी का धन्वंतरी चिकित्सालय एकमात्र विकल्प है ,ऐसे में चिकित्सालय पहुंचने वाले मरीजों को बिना दवा इलाज किए लौटाए जाने से लोगों के सामने संकट उत्पन्न हो गया है। क्षेत्रीय लोगों ने इस संबंध में जिलाधिकारी सोनभद्र का ध्यान आकृष्ट करा कर दवा इलाज की समुचित व्यवस्था कराए जाने की मांग की है।
इस संबंध में जब सीएमओ सोनभद्र से जानकारी लेने की कोशिश की गयी तो उनका फोन नहीं उठा। इस दौरान मुख्य सीएमओ द्वारा व्हाट्सएप मैसेज और टेक्स्ट मैसेज का भी जवाब नहीं दिया गया। जिससे उनका पक्ष नही मिल पाया।