आरेंज जोन में शामिल मीरजापुर में मिले तीन कोरोना पॉजीटिव, प्रशासन और स्वास्थ्य महकमा अलर्ट
मरीजों के गांवों को पूरी तरह से सील कर पुलिस ने डाला डेरा
जनसंदेश न्यूज
मीरजापुर। जिले के लिए कोरोना को लेकर राहत भरी खबर नहीं है। जिले में कुछ दिन पहले कछवां क्षेत्र में मुंबई से आई एक महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी। जिसके बाद रविवार को उसके संपर्क में आए दो लोग की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटीव आयी है, इसके साथ ही पड़री क्षेत्र के महेवा गांव का एक व्यक्ति की कुछ दिन पहले मुंबई से आया था, वह भी कोरोना पॉजीटिव पाया गया है। जिले में कोरोना मरीजों की संख्या 3 से बढ़कर 4 हो गई है।
कोरोना को लेकर जहां स्वास्थ विभाग पूरी तरीके का एहतियात बरत रहा है, लेकिन अब कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। रविवार को जिले में कुल 8 रिपोर्ट आई, जिसमें 3 लोग कोरोना पॉजिटिव पाये गए। इसमें मुंबई से कुछ दिन पहले आई एक महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई थी। उसके संपर्क में आये एक बेटा व परिवार का एक सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाया गया हैं। वहीं मुंबई से कुछ दिन पहले महेवा गांव का एक व्यक्ति आया था। जिसकी 8 मई को सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया था। सैम्पल भेजे जाने के बाद अब उसका रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आया है। अब जिले में कोरोना मरीजों की संख्या 3 से बढ़कर 4 हो गया है।
महेवा गांव में कोरोना का मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पूरे गांव को सिनेटाइज कराया है, इसके साथी वहां पर डाक्टरों की तैनाती की गई है। स्वास्थ विभाग की टीम कल पूरे गांव में डॉक्टर की टीम लगाकर लोगों के घरों घरों तक जाकर सर्वे करेगी, वहीं संदिग्धों का सैम्पल लेगी। मामले की जानकारी होते ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर ओपी तिवारी, सीओ सदर संजय सिंह, पड़री थाना प्रभारी मंजय सिंह, पैड़ापुर चौकी प्रभारी श्याम जी यादव, अपने हमराही मुन्ना यादव, गोपाल यादव, अंगद यादव, कुश आदि मौके पर पहुंचे। वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ ओपी तिवारी ने अपनी मौजूदगी में युवक को एम्बुलेंस से विंध्याचल के लिए भेज दिया। जिसके बाद स्थानीय पुलिस ने युवक के गृह निवास से चार सौ मीटर की दूरी पर स्थित सभी रास्तों को बांस बल्ली लगाकर सील कर दिया गया है। वहीं ग्रामीणों को घर में रहने की हिदायत दी गई। आपको बता दें कि जनपद को शासन द्वारा आरेंज जोन में रखा गया है। लेकिन मरीजों की बढ़ती संख्या में ना सिर्फ जिला प्रशासन बल्कि स्वास्थ्य विभाग के माथे पर भी चिंता की लकीरें खींच दी है।