सूरत में फंसे चंदौली के साड़ी कारोबारियों को मिला पास, जनपद के लिए हुए रवाना, इन नेताओं का दिया धन्यवाद
जनसंदेश
सूरत/वाराणसी। पिछले 21 मार्च से सूरत में साड़ी खरीदने के लिए चंदौली और मोहनियां (बिहार) के आठ साड़ी कारोबारी सूरत गये थे और लॉकडाउन में दिल्ली गेट के पास हिमालया होटल सूरत मे फंसे गये। चंदौली जनपद के सकलडीहा विधान सभा प्रभारी व भाजपा नेता सूर्यमुनि तिवारी से साड़ी कारोबिारियों ने फोन कर वापस बुलाने की गुहार लगायी थी। उन्होंने व्यापारियों को न सिर्फ मोबाइल नंबर दिया बल्कि फोन से मदद करने की बातें कही।
लॉकडाउन में फँसे साड़ी व्यापारियों को नवसारी सांसद कार्यालय में पास मुहैया कराए जाने की सलाह दी गयी थी और हरसंभव सहायता करने का आश्वासन वीरेन्द्र प्रताप दूबे ने दे रखा था। 5 दिन बीत जाने के बाद भी जब सी आर पाटिल (सांसद) प्रतिनिधि और कार्यालय द्वारा कोई सटीक जानकारी पास के लिए नही दी गई तो होटल में फंसे व्यापारियों का धैर्य जवाब देने लगा।
अंततः इनकी सहायता के लिए बारडोली के सांसद प्रभुभाई वसावा से पत्रकार वीरेन्द्र प्रताप दूबे ने संपर्क किया उनके प्रतिनिधि हरदयाल तिवारी (कोसंबा) को यथाशीध्र व्यापारियों को उनके घर तक पहुंचाने के लिये पास मुहैया कराने पर जोर दिया। 2 घंटे के अंदर साडी कारोबारियो का पास उपलब्ध करा दिया गया और वें सडक मार्ग से चंदौली रवाना हो गये।
दो कारों में सवार होकर आठ साड़ी कारोबारी गुजरात से चंदौली के लिये रवाना हुये। यह केंद्र सरकार के अध्यादेश के बाद सूरत से पहला पास बना है। घर जाने का परमिशन पाकर साडी कारोबारियो की आंखों में प्रशन्नता के आंसू छलक उठे और उन्होने वीरेंद्र प्रताप दूबे, हरदयाल तिवारी और चंदौली के भाजपा नेता सूर्यमुनि तिवारी को दुआएं दी।
इन लोगो की जिंदगी 39 दिन से होटल में कैद थी, नही निकले थे बाहर
राजेश कुमार केशरी, आलम अहमद अंसारी निवासी सैयदराजा, अंजनी जायसवाल निवासी, रहीम अंसारी, सरयू प्रसाद अग्रहरि, प्रिंसु कुमार निवासी चंदौली, मो.आलम मोहनियां निवासी बिहार, अलीरजा निवासी मुगलसराय रहे।