सोनी सब पर ऑफिस-ऑफिस की वापसी के साथ याद आएं शो के बेहतरीन डायलॉग, पढ़िएं आप भी.....



जनसंदेश न्यूज़
इंदौर। सोनी सब एक बार फिर भारत के सबसे चहेते कॉमेडी शोज में से एक ऑफिस-ऑफिस को टेलीविजन परदे पर लेकर आ रहा है। ऐसा लगता है कि इस चुनौतीपूर्ण समय में दर्शकों को खुशियों का अपना जरूरी डोज मिलने वाला है। सभी पीढ़ियों की कॉमेडी, ऑफिस-ऑफिस मुसद्दी लाल (पंकज कपूर) और किसी भी ऑफिस में काम करवाने के उसके संघर्ष के इर्द-गिर्द घूमती है। 
यह ऑफिस ऐसे कर्मचारियों से भरा पड़ा है, जोकि अजीबोगरीब होने के बावजूद मजेदार हैं और उनका अंदाज बड़ा अनूठा है। आप लोग अपने घरों में होंगे और अपने साथियों की आपको याद भी आ रही होगी तो आइये आपको उन यादों में लेकर चलते हैं और भारत के सबसे मजेदार ऑफिस की सैर पर ले जाते हैं।
‘ऑफिस-ऑफिस’ हमारी जिंदगी में वापस लौट रहा है तो हमने उस शो के सबसे बेहतरीन किरदारों और उनके तकिया कलाम की एक लिस्ट तैयार की है।
देवेन भोजानी उर्फ पटेल जी और उनकी दो बातें:
किसी स्थिति का आकलन करने में माहिर पटेल जी किसी भी स्थिति की सभी संभावनाओं के बारे में अनुमान लगा सकते हैं। देवेन भोजानी ने पटेल जी के किरदार को बड़ी ही सहजता और सौम्यता के साथ निभाया, उनका तकिया कलाम दो बातें इस शो की सबसे खास बात बन गयी। देखो गौर से देखो तो ठीक है नहीं तो दो बातें हो जायेंगी। या तो आप मुझे पहचानेंगे या तो नहीं पहचानेंगे। पहचान लिया तो ठीक लेकिन नहीं पहचाना तो दो बातें हो जायेंगी। या तो आपका काम होगा या तो नहीं होगा, पहचानिये ना मुझे काम हुआ तो अच्छा है नहीं हुआ तो 2 बातें हो जायेंगी। या तो आपको पेंशन मिलेगी या तो नहीं मिलेगी। पेंशन मिली तो अच्छा है नहीं मिली तो 2 बातें हो जायेंगी। या तो आपको दोबारा नौकरी करनी पड़ेगी या तो भूखा मरना पड़ेगा। क्यों भूखा मरना चाहते हैं मास्टर जी?
खाने के शौकीन मनोज पाहवा उर्फ भाटिया जी
ऑफिस में एक ही ऐसा इंसान है जोकि कहीं से भी खाने की खुशबू ले सकता है। वह एक ऐसा इंसान है जोकि ना केवल खाने से प्यार करता है, बल्कि उसकी पूजा करता है। वैसे, हर किसी के ऑफिस में एक ना एक भाटिया जी जरूर होते हैं। मनोज पाहवा अभिनीत भाटिया जी खाने के शौकीन हैं और यह बहुत ही साफ नजर आता है और वह स्पष्ट रूप से ऐसा बता देते हैं। आपको यकीन नहीं है ? क्या खाना बनता है! मेरे चिंटू के मुंडन में उसने खाना बनाया, लोगों को इतना पसंद आया कि मुझे अपने बेटे का मुंडन दोबारा कराना पड़ा। आपने भी अगर अपने बेटे का मुंडन 3 बार नहीं कराया तो नाम बदल देना। 
टीना ग्रोवर उर्फ ईवा अरे नहीं, ईवा ग्रोवर उर्फ टीना शायद वह टीम की सबसे छोटी सदस्य है, टीना हमेशा ही उलझन में रहती है और अपने शब्दों में उलझकर रह जाती है। आपको उसकी यह उलझन हो सकता है अच्छी लगे और हो सकता है कई बार आपको गुस्सा भी आये। जैसे उसका यह डायलॉग ह्यकोई जिंदा भी नहीं है कि आप सबूत हैं या क्या रेड का पुलिस पड़ा है? टीना आपका मनोरंजन करती रहेगी। मल्टी-टास्किंग में माहिर-ऊषा मैडम (असावरी जोशी अभिनीत) हर मैनेजर की यह चाहत होती है कि उसके सहयोगी में यह क्वालिटी जरूर हो-मल्टी टास्किंग! ऊषा मैडम ऐसे ही एक सक्षम मल्टी-टास्कर का एक उदाहरण हैं। वह अपने अनूठे अंदाज में आपको मल्टी टास्किंग सिखादेंगी। यही तो उनकी खूबी है! तो फिर से जान लीजिये कि किस तरह ऊषा मैडम के साथ अपनी टीटीडी कोपूरा करते हुए आप घर के काम भी पूरे कर सकते हैं।इसके अलावा यह ऑफिस शुक्ला जी (संजय मिश्रा) और हेमंत पाण्डे उर्फ पांडे जी के मुख्य किरदारों से गुलजार है।


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