इस बार अक्षय तृतीया ऐसे मनाएंगे टीवी के सितारे, लॉकडाउन से पहले की प्लांनिंग फेल


अक्षय तृतीया के दिन कुछ ऐसे करेंगे जिससे बच्चों में आए सही संस्कार

जनसंदेश न्यूज़
इंदौर। शुभांगी अत्रे, भाबीजी घर पर हैं की अंगूरी भाबी ने बताया, मैंने अपने हाउस हेल्प के बच्चों के लिये कुछ नयी किताबें, कपड़े और खिलौने अलग निकालकर रख दिये हैं। लॉकडाउन से पहले भी मैंने सोचा था कि अक्षय तृतीया के दिन ऐसा करूंगी, इससे ना केवल मेरी बेटी के अंदर सही संस्कार आयेंगे, बल्कि इससे संतुष्टि भी मिलेगी। हमारे वेदों में भी ऐसा माना गया है कि गरीबों की मदद करने से परिवार में खुशहाली और समृद्धि आती है। 



हिमानी शिवपुरी, गुड़िया हमारी सभी पे भारी की कटोरी अम्मा कहती हैं,  हर साल अक्षय तृतीया के दिन मैं कोई महत्वपूर्ण चीज खरीदती थी, लेकिन लॉकडाउन की वजह से इस बार संभव नहीं हो पायेगा। साथ ही यह त्योहार देने के महत्व के बारे में है, इसलिये मैं अपने ड्राइवर के पास जाती थी और उसके परिवार की मूलभत जरूरतों को पूरा करने में उसकी मदद करती थी। साथ ही हम बिल्डिंग के सिक्योरिटी स्टाफ के लिये खाना बनाते हैं और उन्हें जरूरी मदद देते हैं, जैसे एडवांस सैलरी, कपड़े जैसी चीजें। इस त्यौहार को मनाने का यह सबसे अच्छा तरीका है। 



रोहिताश्व गौड़, टीवी के भाबीजी घर पर हैं में मनमोहन तिवारी की भूमिका निभा रहे हैं, उनका कहना है, इस साल हम लोग सोने या फिर किसी दूसरी चीज पर पैसा खर्च नहीं कर पायेंगे, इसकी जगह हमने सोचा है कि मेरे पिता सुदर्शन गौड़ द्वारा शुरू किये गये वेलफेयर फंड में दान देंगे। यह एसोसिएशन साथी कलाकारों, डांसर्स तथा सिंगर्स को कई सारे कॉम्पीटिशन में ईनाम जीतने का मौका देता है। पिछले कई सालों में इसे देशभर के प्रतियोगियों की तरफ से काफी प्यार और सहयोग मिला है। इस साल, हम लोग इस परेशानी से गुजर रहे हैं तो हमने फैसला किया है कि उन प्रतियोगियों को आर्थिक रूप से मदद देंगे। उनकी सेहत और जरूरी चीजों का ध्यान रखते हुए हमने ऐसा करने के बारे में सोचा है। 



निर्भय वाधवा, कहत हनुमान जयश्रीराम में बाली की भूमिका निभा रहे हैं, उनका कहना है, हर साल, अक्षय तृतीया के दिन अपने पारिवारिक घर पर एक छोटा-सा मिलन कार्यक्रम रखते थे। हम प्रार्थना और स्वादिष्ट खाने से शुरूआत करते थे। पूरा परिवार फिर शाम तक गेम्स खेलने का मजा लेता था। अभी के हालात देखकर, हमें वहां जाने का विचार छोड़ना पड़ा। इसकी जगह पर हम लोग ज्यादा मात्रा में महाप्रसाद बनाने का काम करेंगे और उसे क्लीनिंग स्टाफ को देंगे। वह हमारी बिल्डिंग में ही रहते हैं। हमने सोचा है कि खाने के साथ घर पर तैयार महाप्रसाद देकर उनके दिन को यादगार बनायेंगे। 



समता सागर, गुड़िया हमारी सभी पे भारी की सरला कहती हैं, लॉकडाउन के इस समय में, हम दिन में अलग-अलग तरह का खाना बनाने से बच रहे हैं। इसकी जगह पर हम जरूरतमंदों को अनाज और परिवार के सदस्यों की संख्या के अनुसार बना हुआ खाना दे रहे हैं। यह बहुत जरूरी है कि हम खाना बर्बाद ना करें, खासकर जबकि खाने-पीने के संसाधनों की कमी है। मैं सभी से विनती करना चाहूंगी कि अक्षय तृतीयाके दिन नई शुरूआत के रूप में ज्यादा से ज्यादा लोगों का पेट भरें।



हमारे अपने दरोगा हप्पू सिंह, इस भूमिका को निभा रहे योगेश त्रिपाठी ने अक्षय तृतीया के दिन दान देने की अपनी खुशी के बारे में बताते हुए कहा, हमने कभी यह दिन नहीं मनाया लेकिन इस साल मौके को देखते हुए, मैंने और मेरे परिवार ने बिल्डिंग के सिक्योरिटी गार्ड्स को कपड़े देने का फैसला किया। बिल्डिंग के गेट पर डटे ये गार्ड बाहर से आने वाले लोगों को बिल्ंिडग परिसर में रोकने की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। वे लोग इस शहर में रह रहे हैं और अपने घर नहीं जा पा रहे। इसलिये, अक्षय तृतीया के दिने हमने फैसला किया कि कपड़े देकर उनके जीवन में थोड़ी खुशी लेकर आयेंगे और उन्हें घर पर होने का अहसास करायेंगे।


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