हर रोज बिना जांच के ही तमाम राज्यों से आ रहे चालक-खलासी, संक्रमण की आशंका
सब्जी-फल व्यवसायी आढ़ती कल्याण समिति के अध्यक्ष ने जताई चिंता
तमाम राज्यों से आने वाले चालकों-खलासियों की नहीं होती जांच
पहड़िया मंडी में मेडिकल क्लींनिक का अभाव: डा. कुशवाहा
जनसंदेश न्यूज़
वाराणसी। पूर्वांचल की सबसे बड़ी फल-सब्जी मंडी पहड़िया में भीड़भाड़ के चलते बराबर खतरे की आशंका बनी रहती है। इस मंडी में रोजाना सैकड़ों लोग आते हैं। तमाम राज्यों से आने वाले चालकों और खलासियों की जांच तक नहीं होती है। मंडी में एक भी मेडिकल क्लींनिक नहीं है। इस मंडी में सैनिटाइजेशन का घोर अभाव है। समय रहते यदि इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो कोरोना वायरस के संक्रमण से ग्रसित होने का खतरा उत्पन्न हो सकता है। यह कहना है कि सब्जी-फल व्यवसायी आढ़ती कल्याण समिति के अध्यक्ष डा. श्याम नारायण सिंह कुशवाहा का।
अध्यक्ष डा. कुशवाहा का कहना है कि पहड़िया मंडी के आढ़ती और व्यापारी कोरोना वायरस को लेकर भयभीत है। इनको भी अंदर-अंदर काफी भय सता रहा है कि कही इस मंडी में भी कोई कोरोना का मरीज ना मिल जाए। इस मंडी की दशा काफी खराब है। जगह-जगह कूड़ा-कचरा पड़ा रहता है। इस मंडी में तमाम राज्यों से ट्रकों से माल आ रहा है। इन गाड़ियों के ड्राइवर व खलासी तमाम जिलों से गुजरते हुए यहां आते हैं। यहां के व्यापारियों मे भय है कि कहीं हम लोग भी कोरोना वायरस से पीड़ित न हो जाएं। उन्होंने बताया कि मंडी में मेडिकल टीम बुलाने के लिए सीएमओ को पत्र लिखा गया, लेकिन आज तक यहां स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई झांकने तक नहीं आया। मंडी समिति व मंडी निर्माण विभाग की ओर से कोई व्यवस्था भी नहीं किया गया है, जिससे व्यापारियों में काफी रोष व्याप्त है।