बड़ी कार्रवाई: क्वांरटाइन पूरा करने के बाद 11 बांग्लादेशी जमातियों सहित 14 को भेजा गया जेल
सभी विदेशी नागरिक दिल्ली के निजामुद्दीन मस्जिद के जलसे में हुए थे शरीक
मेडिकल जांच के बाद अदालत में पेशी के बाद भेजा गया जेल
(फोटो-14 दिन क्वांरटाइन रहने के बाद जेल जाते जमाती)
जनसंदेश न्यूज़
भदोही। उत्तर प्रदेश के भदोही में 30 मार्च को एक मस्जिद के गेस्ट हाउस से पकड़े गए 11 बंगलादेशी नागरिकों समेत 14 लोगों को शुक्रवार को मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पेश किया गया। बाद में अदालत के आदेश पर सभी को स्थाई जेल भेज दिया गया। भदोही पुलिस के अनुसार इन्हें स्थाई जेल में रखा जाएगा। जिला मुख्यालय सरपतहां में स्थाई जेल का निर्माण किया गया है। सभी लोग दिल्ली की मरकज़ में शामिल हुए थे। अदालत में पेशी के पूर्व जिला अस्पताल महाराजा चेतसिंह में मेडिकल जाँच कराई गई।
जमातियों का क्वॉरेंटाइन समय पूरा हो गया है। पुलिस ने बांग्लादेशी जमातियों को संरक्षण देने वाले मस्जिद के गेस्टहाउस संचालक समेत 23 की लोगों को नोटिस के बाद बंध पत्र भी भरवाया है। इस मामले में सजा तीन साल से कम है। मरकज़ के जिन आरोपियों को जेल भेजा गया है। उसमें मोहम्मद इनशेर अली, तबाहिद्दुल इस्लाम, सैयद मोहिबुर्र रहमान, नुरुलहक, नवाज़अली, नजुरुल इस्लाम, देराजुद्दिनए, रफीकुल इस्लाम, फैजल रब्बी, अख्तारुज्जामन, ममउनुर, जमातअली, शाहीद्दुल्हा मंडल और अनवर हुसैन शामिल हैं।
इसमें 11 बंगलादेशी जमाती और उन्हें संरक्षण देने वाले भारतीय नागरिक हैं। पुलिस की तरफ़ से पासपोर्ट एक्ट सहित कई आईपीसी की धाराओं में इनके विरुद्ध मामला दर्ज किया था। टूरिस्ट वीजा पर आए बांग्लादेश के जमाती दिल्ली की मरकज़ में शामिल हुए थे। मरकज में कोरोना मिलने के बाद देश भर जमातियों की खोजबीन में भदोही के काजीपुर मस्जिद गेस्ट हाउस से सभी को पकड़ा गया था।
पुलिस ने इस मामले में गेस्ट हाउस संचालक समेत संरक्षण देने वालों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया था। जमाती पूरे 27 दिन तक मस्जिद में छुपे हुए थे। क्वारण्टाइन पूर्ण होने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जिला प्रशासन को रिपोर्ट सौंप दी थी।