बड़े भाई ने बेटे के साथ मिलकर छोटे को लाठी-डंडे और कुल्हाड़ी से प्रहार कर उतारा मौत के घाट


पुश्तैनी जमीन के विवाद में हुआ भाई के खून का प्यासा


नवाबगंज के बिजलीपुर स्थित टिकरा गांव में हुआ खूनी संघर्ष


दो के खिलाफ नवाबगंज थाना में केस दर्ज, एक फरार

जनसंदेश न्यूज
लालगोपालगंज/प्रयागराज। दलित कुनबा में भाइयों के बीच काफी दिनों से जमीन का विवाद चल रहा था। दो भाई बिहार में ईंट भट्ठा पर मजदूरी तो दो भाई और उनके बच्चे पूना में काम करते हैं। कोरोना वायरस के तहत लाक डाउन में चारों भाईयों ने अपने घर वापसी की थी। बीती रात पुश्तैनी भूमि का विवाद जब तूल पकड़ा तो दो भाइयों में मारपीट शुरू हो गई। बड़े भाई और भतीजा ने छोटे भाई पर लाठी-डंडे और कुल्हाड़ी से हमला कर उसे हमेशा के लिए सुला दिया।
नवाबगंज थाना क्षेत्र के पियरी उर्फ बिजलीपुर स्थित टिकरा गांव में बीती रात लगभग दस बजे बड़े भाई श्री चंद सरोज ने अपने सबसे छोटे भाई लक्ष्मीकांत सरोज से जमीनी विवाद को लेकर बहस शुरू कर दी। कहासुनी के बाद मामला जब तूल पकड़ा तो श्रीचंद और उसका बेटा अवधेश ने आक्रोशित होकर लक्ष्मीकांत की लाठी डंडा और कुल्हाड़ी से जमकर पिटाई कर दी। घटना में लक्ष्मीकांत गंभीर रूप से घायल हो गया। जब तक उसे अस्पताल ले जाया जाता तब तक घायल ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। मौत की घटना से परिजन में कोहराम मच गया। चारों भाई दो गुट में गए। 



आक्रोशित होकर हत्यारे भाई के घर पर भीड़ ने हमला बोल दिया। घर के बाहर खड़ी मोटरसाइकिल में तोड़फोड़ की गई। मामला बेकाबू होता देख घटना की सूचना पुलिस को दी गई। उपद्रव की सूचना पाकर थाना नवाबगंज, सोरांव, होलागढ़ समेत लालगोपालगंज और श्रृंगवेरपुर की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। किसी तरह हालात को काबू में किया गया। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। घटनास्थल से पुलिस ने आला कत्ल बरामद किया। 
बुधवार को पत्नी बदामा देवी की तहरीर पर श्री चंद पुत्र रामसमेर व अवधेश उर्फ बड़े लाल पुत्र श्री चंद के खिलाफ नवाबगंज थाना में हत्या का केस दर्ज किया गया। पुलिस ने दबिश देकर अवधेश को हिरासत में ले लिया। जबकि श्रीचंद फरार होने में कामयाब रहा। मृतक लक्ष्मीकांत बिहार के एक भट्ठे पर रहकर मेहनत मजदूरी कर पत्नी बदामा देवी 11 वर्षीय अनुज, 9 वर्षीय अनूप और 8 वर्षीय रेनू की जीविका चलाता था।



हत्यारे बाप-बेटे को घर में किया गया था क्वॉरेंटाइन
लालगोपालगंज स हत्यारा श्रीचंद व बेटा अवधेश पूना में टैक्सी व गैरेज का काम करते थे। लाक डाउन के दौरान बाप-बेटा पूना से कुछ दिन पहले घर पहुंचे हैं। जिनकी कोरोना वायरस की जांच कराने के लिए गांव वालों ने पुलिस और चिकित्सीय टीम से कोरोना वायरस की जांच किए जाने की मांग की थी। जिसपर मेडिकल टीम ने गांव पहुंच कर कातिल के घर पर दोनों के क्वॉरेंटाइन रहने की सूची चस्पा कर दी थी। इसी दौरान बाप बेटे ने वारदात को अंजाम दिया।


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