अप्रैल के अंत तक बढ़ाया जा सकता है लॉकडाउन, राज्यों के अनुरोध के बाद पीएम मोदी जल्द कर सकते है घोषणा


कई राज्य सरकारों ने चेताया, विशेषज्ञ भी दे रहे न खोलने की सलाह



जनसंदेश न्यूज़
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के कारण लगाए गए 21 दिन के लॉकडाउन को केंद्र सरकार बढ़ा सकती है। दरअसल, कई प्रदेश सरकारों और एक्सपर्ट्स ने लॉकडाउन को बढ़ाने का सुझाव दिया है। अब सरकारी सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक कई राज्यों के अनुरोध के बाद केंद्र सरकार इसकी समय अप्रैल अंत तक के लिए बढ़ा सकती है। इसको लेकर प्रधानमंत्री जल्द घोषणा कर सकते हैं।
यूपी के सीएम योगी ने दो दिन पहले कहा था कि 14 अप्रैल को लॉकडाउन हटाने पर विचार हो रहा है और अफसरों से यह देखने को कहा था कि चरणबद्ध तरीके से किस तरह इसे लागू किया जा सकता है। ये इशारा भी वास्तव में केंद्र से मिला था जब पीएम ने राज्यों के सीएम से संवाद किया था। लेकिन कल यूपी के सचिव अवनीश अवस्थी ने कहा कि जो हालात हैं, उसे देखते हुए यह जल्दबाजी होगी कि लाकडाउन चरणों में खत्म किया जा सकता है। जहां एक भी कोरोना पीड़ित होगा, वहां लाकडाउन हटाना खतरे से भरा होगा। इसके बाद परिदृश्य बदलने लगा। 
उसके पहले छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा था कि उनके राज्य में कोरोना काबू में है लेकिन इसका अर्थ यह नहीं कि यह खत्म हो रहा है। चूंकि जांच किट हमारे पास पूरे नहीं हैं इसलिए हम नहीं जानते कि क्या होगा। हमने प्लानिंग कर इसे फैलने नहीं दिया, पर देश के पैमाने पर कुछ भी पक्का नहीं कहा जा सकता। लेकिन अंत में कहा कि लाकडाउन खोलना भारी भूल होगी। तेलंगाना के सीएम चंद्रशेखर राव ने भी कहा है कि कतई ऐसा न किया जाय, अन्यथा हालात भयावह हो जाएंगे। वह तो दो जून तक इसे बढ़ाने की सलाह दे रहे हैं। 
जानकारों की भी यही राय है और ऐसा लग रहा है कि पूरा देश इस राय का होता जा रहा है। जो लोग 21 दिन के लाकडाउन को पर्याप्त मान रहे थे, उन्हें लगने लगा है कि जो हालात हैं, वह कहीं और इशारा कर रहे हैं। इसके बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि लॉकडाउन को तुरंत नहीं हटाया जाना चाहिए। इसको चरणबद्ध तरीके से हटाया जाना चाहिए। 
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि केंद्र सरकार को राज्य सरकारों को लॉकडाउन हटाने और लगाने का अधिकार देना चाहिए। लॉकडाउन हटाने का फैसला स्थानीय आधार पर हो। सबकी मांग के पीछे एक वजह यह भी है कि सिंगापुर जैसा देश पूरे अप्रैल तक शटडाउन में चला गया है जबकि उसके यहां कोरोना का सामान्य सा मामला है। पर वह उसे तनिक भी बढ़ने नहीं देना चाहता। जापान में तो आपातकाल ही लग गया है। जाहिर है इन देशों को वांछित नतीजे नहीं मिल पाए हैं।
इस बीच केंद्र मंत्रियों की आज बैठक हुई थी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के घर पर कोरोना संकट और लॉकडाउन पर ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की मीटिंग हुई। इसके बाद केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि लॉकडाउन को हटाने या आगे बढ़ाने का फैसला नहीं लिया गया है। अभी हालात पर नजर रखी जा रही है। फैसला बाद में लिया जाएगा।



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