महादेव ने अपने गणों के साथ खेली भस्म की होली, फिजाओं में गूंज उठा, ‘खेलें मसाने में होली दिगंबर.....’, आप भी देखें तस्वीरें....
जनसंदेश न्यूज़
वाराणसी। सात वार और नौ त्योहार वाली काशी की परंपराएं भी अनोखी और अलौकिक है। यहां की सुबह भी महादेव के नाम से और शाम भी महादेव के नाम से ही शुरू होता है। और मौका अगर होली जैसे हुड़दंग वाले पर्व का हो तो फिर बाबा के भक्त कहां पीछे रहने वाले है।
मां गौरा के गौना के बाद बाबा की अनुमति से प्रारंभ हुई होली की हुड़दंगई दूसरे दिन भी चालू रही। जहां बाबा के प्रिय भक्त महाश्मशान में बाबा के साथ भस्म की होली खेलते है। क्या बच्चे और क्या बूढ़े, कौन देशी-कौन विदेशी यहां तो सिर्फ एक ही नाम फिजाओं में गूंज रहा था वह था हर-हर महादेव।
रंगभरी एकादशी के दूसरे दिन बाबा के गणों महाश्मशान पर भस्म की होली खेली, जिसकी कुछ अनदेखी तस्वीरें आप भी देखें........