मार्च क्लोजिंग कल, विभागों ने दिये बिल, सभी महकमों ने कोषागार को दिये बिल


कोषागार को मिले पुलिस, स्वास्थ्य, शिक्षा, सिंचाई व कृषि आदि महकमों से बिल


पर्यटन विभाग दो मुख्य मदों को छोड़कर अन्य मदों में बहुत कम पैसा करेगा सरेंडर

जनसंदेश न्यूज
वाराणसी। जनपद में चल रहे लॉकडाउन के दौरान सरकारी महकमे 31 मार्च को समाप्त हो रहे वित्तीय वर्ष की का हिसाब-किताब करने में जुटे हैं। इस बार सोमवार तक कई विभागों को लंबित भुगतान कम और महकमों की ओर से खर्च हुई धनराशि की डिमांड के लिए कोषागार में बिल आधिक प्रस्तुत किये गये हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तमाम महकमों को वर्ष 2019-20 के लिए विभिन्न मदों में स्वीकृत अधिकांश धनराशि शासन से उपलब्ध करायी जा चुकी थी। इस कारण कुछ राहत की स्थिति रही। उत्तर प्रदेश पर्यटन को दो प्रमुख मद सीरगोवर्द्धनपुर में भूमि क्रय के लिए करीब 33 करोड़ रुपये और वृहद निर्माण कार्य मद में लगभग 7.87 करोड़ रुपये पूरी तरह प्रयोग में लाये जाने की संभावना है। सो, यह धनराशि अभी विभाग के पास ही रहेगी। जबकि कार्यालय व्यय और महंगाई भत्ता आदि मद में प्राप्त लगभग 132 लाख रुपये में से 24 हजार 520 रुपये सरेंडर होंगे।
वहीं, व्यावसायिक व्यय मद में मिले 76.24 लाख रुपये में से 1.34 लाख रुपये शासन को वापस करने की तैयारी है। अन्य व्यय में उपलब्ध सात लाख रुपये में से मात्र 375 रुपये सरेंडर होंगे। विभाग ने विभिन्न स्तर पर बिक्री तथा विज्ञापन आदि मद में 17.64 लाख रुपये खर्च कर लिये हैं। पर्यटन अधिकारी कीर्तिमान श्रीवास्तव ने यह जानकारी दी। दूसरी ओर, कलेक्ट्रेट स्थित कोषागार में कई महकमों ने भुगतान के लिए बिल पेश किये। जिसके तहत पुलिस विभाग के लगभग 200 बिल, शिक्षा विभाग के करीब 350 बिल, स्वास्थ्य विभाग के लगभग 122 बिल, सिंचाई विभाग के करीब 20 बिल और कृषि विभाग के लगभग 100 बिल पेश किये गये हैं। मार्च क्लोजिंग मंगलवार को है।


 


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