कोरोना संकट: कर्मचारी संगठन भी देंगे आर्थिक मदद, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद, उप्र पेंशनर्स कल्याण संस्था करेंगे अंशदान
चिरईगांव ब्लाक प्रमुख ने क्षेत्र पंचायत निधि से दान को मांगी अनुमति
जनसंदेश न्यूज
वाराणसी। प्रदेश सरकार में कार्यरत कर्मचारियों ने वर्तमान में चल रही विश्वव्यापी मानवीय त्रासदी में भारत के प्रभावित लोगों की सहायता के लिए अपने-अपने स्तर से सरकार को आर्थिक मदद देने का भरोसा दिलाया है। सूबे के कई कर्ममारी संगठनों और रिटायर कर्मचारियों के संगठनों ने अपने-अपने स्तर पर राहत कोष में दान देने का आश्वासन दिया है।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश अध्यक्ष हरि किशोर तिवारी के आह्वान पर संगठन के जिलाध्यक्ष शशिकांत श्रीवास्तव और जिला मंत्री श्यामराज यादव ने परिषद के पदाधिकारियों समेत अन्य 126 घटक संघों ने इस दिशा में आर्थिक अंशदान की अपील की है। उन्होंने अह्वान किया है कि इस आपात स्थिति में प्रत्येक राज्य कर्मचारी एक दिन का वेतन प्रदेश सरकार के राहत कोष में दान दें। वरिष्ठ उपाध्यक्ष दिवाकर द्विवेदी ने भी इस दिशा में बढ़-चढ़कर योगदान देने की अपील की है।
उत्तर प्रदेश पेंशनर्स कल्याण संस्था के जिलाध्यक्ष राजेश्वर पांडेय, वरिष्ठ उपाध्यक्ष एसएमपी पटेल एवं जिला मंत्री अवध नारायण पांडेय ने बताया है कि सभी पेंशनर एकदिन का पेंशन शासन के आपदा राहत कोष में देंगे। चिरईगांव प्रतिनिधि के अनुसार स्थानीय ब्लाक प्रमुख वंदना सिंह ने क्षेत्र पंचायत निधि से 11 लाक रुपये आपदा राहत कोष में देने की अनुमति सीएम से मांगी है। दूसरी ओर, उन्होंने अपना तीन माह का मानदेय दान में देने का निर्णय लिया है। साथ ही चिरईगांव के बीडीओ विजय कुमार अस्थाना, एडीओ पंचायत सुनील कुमार सिंह और ब्लाक से सभी सचिवों ने अपना एक दिन का वेतन रेडक्रास सोसाइटी वाराणसी को देने का निर्णय लिया है।