कोरोना की लड़ाई में इंजीनियर्स ने की पहल, करेंगे 60 लाख का अंशदान


कोरोना महामारी के निबटने को सरकार की करेंगे मदद


लोनिवि के डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ ने लिया अच्छा फैसला


संगठन में सूबे के चार हजार सदस्य देंगे एकदिन का वेतन
जनसंदेश न्यूज
वाराणसी। पीडब्ल्यूडी के जूनियर इंजीनियर्स डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ ने कोरोना वायरस के संक्रमण से जनता को सुरक्षित रखने के लिए शासन स्तर से हो रही विभिन्न पहल में आर्थिक सहयोग देने का फैसला किया है। प्रदेश में संगठन के कुल मिलाकर लगभग चार हजार डिप्लोमा इंजीनियरों ने अपना एक दिन का वेतन स्वेच्छा से सरकार को देने का एलान किया है। इस प्रकार लगभग 50 से 60 लाख रुपये का अंशदान करेंगे। ताकि देश में आयी इस आपदा से निबटने में यह इंजीनियर्स अपने स्तर पर कुछ योगदान दे सकें।
संघ की जिला इकाई के अध्यक्ष इं. मनीष कुमार चौबे और सचिव इं. राघव नंद ने गुरुवार को यह घोषणा की। उन्होंने बताया कि यूपी में लोक निर्माण विभाग में लगभग चार हजार जूनियर इंजीनियर्स डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ के सदस्य हैं। इन सभी का एक दिन का वेतन औसतन एक हजार रुपये से लेकर दो हजार रुपये तक है। इंजीनियर्स ने अपनी ओर इस प्रकार करीब 50 से 60 लाख रुपये तक की सहयोग राशि कोरोना आपदा राहत में देने का निर्णय लिया है।
इस कार्य में संगठन की वाराणसी इकाई भी बढ़-चढ़कर अंशदान करेगी। संघ से जुड़ी वाराणसी की क्षेत्रीय इकाई के अध्यक्ष इं. आनंद लाल और और महामंत्री इं. बेचन कुमार मिश्र ने संगठन के इस निर्णय की सराहना की है। उन्होंने सदस्यों से अपील की है कि इस दिशा में आर्थिक अंशदान के अलावा जनता को भी इस महामारी के बारे में जागरूक करें। साथ ही अपने आसपास के गरीब एवं असहाय लोगों की हर संभव सहायता का प्रयास भी हो। दूसरी ओर, पदाधिकारीद्वय ने प्रदेश सरकार से आग्रह किया है कि वर्तमान में चल रहे लॉक डाउन में वित्तीय वर्ष की समाप्ति 31 मार्च से बढ़ाकर कम से कम 15 मई तक की तिथि घोषित की जाय। ताकि विभागीय प्रक्रियाओं में समस्याएं उत्पन्न न हों।


 


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