खबर का असर: मुसहर बस्ती में प्रशासन व स्वयंसेवी संस्थाओ ने बढ़ाएं मदद के हाथ, प्रियंका व अखिलेश ने की सरकार से मदद पहुंचाने की मांग
जनसंदेश न्यूज़
वाराणसी। बड़ागांव क्षेत्र के कोईरीपुर गांव के मुसहर बस्ती में लॉक डाउन के बीच भूखे पेट सो रहे लोगों की खबरों को जनसंदेश समाचार पत्र व पोर्टल में प्रमुखता के साथ प्रसारित किये जाने के बाद बस्ती के लोगों को मदद के लिए तमाम हाथ बढ़े है। प्रशासन से लेकर सामाजिक संस्थाओं ने पहल करते हुए उनको मदद पहुंचाया। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर ऐसे लोगों की तत्काल मदद किये जाने की मांग की है।
बता दें कि यूपी में 23 मार्च से जारी लॉक डाउन के बीच बड़ागांव के क्षेत्र के मुसहर बस्ती में रह लोगों का कई बार भूख से सामना हुआ। कभी तेरही की सूखी रोटी तो कभी खेत में आलू बिन कर खाने के बाद इन्होंने भूख मिटाई। यहीं नहीं भूख के कारण जब पेट में मरोड़ तेज हो गई तो वें खेत से अकरी (घास की एक प्रजाति) को तोड़ कर अपने भूख की तृष्णा को शांत किया।
आखिर कब तक! पूरे देश में 21 दिनों के लॉक डाउन ने इनके सामने भूखे मरने की नौबत खड़ा कर दी थी। जिसकी सूचना लगते ही जनसंदेश समाचार पत्र व पोर्टल ने इस खबर को ‘बनारस के कोईरीपुर में घास खा रहे मुसहर’ शीर्षक के साथ खबर प्रकाशित कर इनकी परेशानियों को साझा किया था।
जिसके बाद से ही प्रशासन से लेकर स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा कई स्तर पर इन लोगों को मदद पहुंचाने का कार्य किया गया। जहां प्रशासन ने खुद मौके पर पहुंच कर बस्ती के लोगों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। वहीं कुछ स्वयंसेवी संगठनों के साथ सम्पन्न लोगों द्वारा भी इनकी मदद की गई।
वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में ऐसी स्थिति को देखकर प्रमुख विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने भी सरकार से इन लोगों के मदद की गुहार लगाई। जिसमें कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बस्ती के लोगों को हर संभव मदद पहुंचाने की मांग करते हुए सरकार से लॉक डाउन के दौरान गरीब व वंचित वर्ग का विशेष ध्यान दिये जाने की मांग की।