कर्नल को मिस करेगी ‘काशी’


रवि प्रकाश सिंह 
-युवाओं के साथ सरल व्यवहार और क्रांतिकारी बदलाव के लिए किया जायेगा याद
-सेना भर्ती निदेशक कर्नल राजेश सिंह ठाकुर की नई  तैनाती हिमांचल (धर्मशाला) 
-हर मदद को तैयार रहने वाले कर्नल ने कहा, काशी ने जो दिया वह जीवन भर रहेगा याद
वाराणसी।  सेना भर्ती निदेश कर्नल राजेश सिंह ठाकुर, वाराणसी में लगभग अपने तीन साल के कार्यकाल में जो किया उसे भूलाया नहीं जा सकता। सेना भर्ती में सुधार, पारदर्शिता और युवाओं के  प्रति उनका जोश वाराणसी ही नहीं वाराणसी बीआरओ के तहत आने वाले अन्य जिलों के युवाओं के लिए प्रेरणाश्रोत रहेगा। सेना भर्ती निदेशक कर्नल राजेश सिंह ठाकुर को नई तैनाती हिमांचल प्रदेश के धर्मशाला में मिली। वैसे तो कर्नल की उपलब्धियों की फेहरिस्त लंबी है लेकिन वाराणसी में इनकी तैनाती के बाद जो बदलाव हुए उसका जिक्र न हो तो नाइंसाफी होगी। कर्नल अपने कार्यकाल के दौरान पारदर्शिता और साफगोई के लिए जाने जाते रहेंगे। 
सेना भर्ती में उन्होंने बायोमेट्रिक अटेंडेंस, अभ्यर्थियों की काउंटिंग के लिए कोड, दो तहसीलों से आवेदन करने वाले युवाओं की पहचान के लिए अलग टीम का गठन और जांच साथ ही संबन्धित जिलों जिलाधिकारियों को पत्रचार कर इस धांधली को रोकने के लिए अथक प्रयास किये और उसमें सफलता भी पाई। जिलेवार प्रक्रिया में बदलाव कर तहसील वार दौड़ कराने और युवाओं को भर्ती स्थल पर उत्साह और जोश दिलाने के लिए खुद उतर जाना उन्हें अभ्यर्थियों को दिल में उतार दिया। सेना भर्ती स्थल जो अभ्यर्थी दौड़ निकालने में असफल रह जाते हैं थोड़े समय के लिए चूक जाते उन्हें हौसला दिलाना और अगली भर्ती में पुरी तैयारी के साथ उतरने का मंत्र देते थे। 




इनके कार्यकाल में नहीं आया कोई व्यवधान
साफ सफाई और युवाओं के फिटनेस पर रहा पूरा जोर 
अमूमन देखा गया है कि वाराणसी जिले में आयोजित सेना भर्ती के दौरान दौड़ पूरी कर युवा जब वापस घर को जाते थे तो हंगामा तोड़फोड़ और दुर्व्यवहार की शिकायत मिलती थी। लेकिन लगभग तीन साल के अपने कार्यकाल में कर्नल ने जो सामंजस्य युवाओं के साथ स्थापित किया वो मिशाल है। सेना भर्ती जितनी शालीनता और आराम से सपंन्न हुई इसमें इनके मुखर स्वभाव और युवाओं से सीधा संवाद रहा। बच्चों को अपनत्व और एक गार्जियन के रूप में खुद को प्रस्तुत करना युवाओं का काफी भाया। उन्हें सेना भर्ती की तकनीक जानकारी समय-समय पर कर्नल से मिलता रहा जिसे अब युवा मिस करेंगे। 



कर्नल का तबादला युवाओं झटका


सेना भर्ती निदेशक कर्नल राजेश सिंह ठाकुर के तबादले की खबर जब सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को विभिन्न समाचार पत्रों के माध्यम से हुई तो उनका दर्द छलक उठा। इस बाबत जब युवाओं से बातचीत हुई तो उनका कहना था कि सेना भर्ती में प्रयास सभी करते हैं लेकिन कर्नल साहब के व्यवहार और मिलनशार स्वाभाव से हमलोगों के अंदर काफी उत्साह रहता था। सेना भर्ती की बारीकियों के अलवा उनका सहयोग कभी भूलाया नहीं जा सकता। 
बाबा धाम से बौद्ध नगरी कांगड़ा की ओर 
कर्नल साहब की माने तो जो प्यार उन्हें बाबा की नगरी काशी में मिला उसे जीवन भर याद रखेंगे। समय के साथ अलग-अलग जगहों पर तैनाती मिलती है। लेकिन काशी का मिजाज और अल्हणपन उन्हें ता उम्र याद रहेगा। अब धर्मशाला (बौद्ध नगरी) में सेवा देश सेवा का मौका मिला है। उम्मीद है कि यहां भी अपने कर्तव्यों पर खरा उतरूंगा। 


 


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