कालाबाजारी कर रहे आलू के आढ़ती, मंडी में मंडी सचिव और डीएसओ ने बोला धावा


आधा दर्जन आढ़तियों से कब्जे में ले लिया गया स्टॉक रजिस्टर 9-आर

जनसंदेश न्यूज
वाराणसी। पूर्वांचल की सबसे बड़ी फल-सब्जी की पहड़िया स्थित मंडी में प्याज की पर्याप्त आवक है जबकि आलू की कमी देखी जा रही है। इसका लाभ उठाकर जमाखोर आढ़तियों ने मुनाफाखोरी करके निर्धारित रेट से अधिक दर पर सामान बेच रहे थे। इसकी जानकारी मिलने पर शुक्रवार को मंडी सचिव ने छापेमारी कर आलू के आढ़तियों स्टॉक रजिस्टर समेत अन्य अभिलेख कब्जे में लिया। इससे जमाखोर व्यापारियों में हड़कंप मच गया है।
पहड़िया की मंडी समिति की ओर से निर्धारित दर से अधिक रेट पर सामान बेचे जाने की शिकायत पर मंडी सचिव देवेंद्र कुमार वर्मा और डीएसओ दीपक वार्ष्णेय ने शुक्रवार को आधा दर्जन आढ़तियों के यहां धावा बोला। उन्होंने छापेमारी कर आढ़तियों के स्टॉक रजिस्टर, 6-आर तथा 9-आर कब्जे में लिया। अफसरों ने बताया कि संबंधित आढ़ती 22 सौ रुपये से लेकर 28 सौ रुपये कुं. की दर से आलू बेच रहे थे। दूसरी ओर, पहड़िया की फल मंडी में अनार की गाड़ी के अलावा किसी फल की आवक नहीं हुई। पहले से पांच ट्रक अनानास की गाड़ी खड़ी होने के कारण माल सड़ने की स्थिति में है। खरीदारों की आवक न होने से फल मंडी में सन्नाटा छाया हुआ है।
छापेमारी के बाद मंडी सचिव और डीएसओ ने व्यापारियों के संगठनों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। अफसरों ने साफतौर पर कहा कि देश में आयी इस आपदा में सभी मिलकर सहयोग करें। मुनाफाखोरी करने वालों को किसी भी हाल पर छोड़ा नहीं जाएगा।
आलू आढ़ती तय रेट 18 रुपये से लेकर 19 रुपये किलो की दर से ही थोक में बेचने को कहा। बैठक में संगठन के अध्यक्ष डॉ. श्यामनारायण कुशवाहा, पप्पू सोनकर, हीरालाल मौर्य, ओमप्रकाश मिश्रा, विजय जायसवाल, ओमप्रकाश सोनकर आदि रहे।


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