जीवनरक्षक दवाओं की आपूर्ति को बनारस में खोले जाएं डिपो, दवा कारोबारियों ने रसायन एवं उर्वरक मंत्री को सौंपा पत्रक

डिमांड-जीवनरक्षक दवाओं को किया जाए जीएसटी से मुक्त



जनसंदेश न्यूज 
वाराणसी। केमिस्ट एण्ड ड्रगिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल शनिवार को केंद्रीय रसायन एवं उवर्रक मंत्री सदानंद गौड़ा से मिला और पत्रक सौंपा। प्रतिनिधिमंडल ने पूर्वांचल में जीवनरक्षक दवाओं की निर्बाध आपूर्ति के लिए वाराणसी में डिपो और सीएण्डएफ खोलने की मांग की।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए महामंत्री संदीप चतुर्वेदी ने केंद्रीय मंत्री से कहा कि भारत सरकार के सभी केंद्रीय मंत्रालयों से पीएम मोदी के निर्वाचन क्षेत्र काशी को कुछ न कुछ मिला है, सिवाय आपके मंत्रालय के। उन्होंने फुटकर दवा व्यापार से फार्मासिस्ट की अनिवार्यता को अविलम्ब समाप्त करने, जीवनरक्षक दवाओं की पूर्वांचल के 20 जिलों में त्वरित आपूर्ति के लिए बहुराष्ट्रीय व राष्ट्रीय दवा निर्माता कंपनियों के डिपो व सीएण्डएफ खोलने, जीवनरक्षक दवाओं को जीएसटी से मुक्त रखने, ऐसा संभव न होने पर न्यूनतम दर पांच प्रतिशत ही करने आदि मांग की। उन्होंने केंद्रीय मंत्री को बताया कि वाराणसी से सटे सोनभद्र में दवा निर्माण की खातिर राष्ट्रीय व बहुराष्ट्रीय दवा निर्माता कंपनियों के लिए फार्मा पार्क बनाया जा सकता है, जिससे आने वाले दिनों में यह क्षेत्र दवा निर्माण का बड़ा हब बन जाएगा। प्रतिनिधिमंडल की बातों को सुनने के बाद केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आप लोगों की मांगें जायज है। मैं उनके क्रियान्वयन में कोई कसर नहीं छोड़ूंगा। इसके लिए आप लोग दिल्ली आकर मुझसे अवश्य मिलें। वार्ता के दौरान प्रदेश सरकार के मंत्री डा. नीलकंठ तिवारी, वरिष्ठ भाजपा नेता वीरेंद्र सिंह, आलोक श्रीवास्तव के अलावा मनोज खन्ना, रमेश जैन, गणेश गुप्ता, सुमित सिंह, राकेश यादव, दिनेश यादव, गजानंद यादव, विमलेन्दुधर पांडेय, विजय अस्थाना, रविकांत जायसवाल, जगदीश गुप्ता, दीपक गुप्ता, राहुल जायसवाल, रंजीत गुप्ता, प्रांजल चतुर्वेदी, राजन गुप्ता आदि थे। 


 


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