इलिया में प्रेस और पुलिस की जुगलबंदी से एक परिवार को मिली राहत, किया यह कार्य




जनसंदेश न्यूज़
इलिया/चंदौली। कोविड-19 के फैलाव को रोकने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा किये गये 21 दिन के लॉक डाउन के कारण गरीब तबको के सामने विषम परिस्थितियां आ गई है। जिससे निपटने के लिए हर सक्षम व्यक्ति हाथ बढ़ा रहा है और अपने-अपने स्तर पर गरीबों को मदद पहुंचाने का कार्य कर रहा है। 
इलिया कस्बा के विभिन्न इलाकों में गरीबों के सामने ऐसी ही स्थिति उत्पन्न हो गई है। जिसको दूर करने के लिए लोकतंत्र के दो स्तंभ सामने आये और गरीबों तक मदद पहुंचाने का कार्य किया। कस्बे में प्रेस और पुलिस की जुगलबंदी से एक ऐसे परिवार के घर तक राहत सामग्री पहुंची, जिसके सामने लॉक डाउन के कारण खाने के निवाले के लाले पड़ गये थे। 
दरअसल कस्बा निवासी बदरू चकिया-इलिया रोड़ पर ऑटो चलाकर अपने परिवार का पालन पोषण करते है। लेकिन 21 दिनों के लॉक डाउन के कारण पूरी तरह से गाड़ियों का संचालन बंद हो गया। जिससे उनके परिवार के सामने भरण-पोषण की समस्या खड़ी हो गई।  
इसकी सूचना कस्बा के पत्रकार सद्दाम खान (ग्रापए के चकिया तहसील उपाध्यक्ष) और थानाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी को हुई तो उन्होंने संयुक्त रूप से उस परिवार की मदद करने की ठानी। दोनों ने उस परिवार के घर पर पहुंच कर आजिविका की आवश्यक खाद्य सामग्री जैसे राशन, आलू, प्याज, टमाटर उपलब्ध कराये। कस्बा में प्रेस और पुलिस की जुगलबंदी से एक परिवार को लॉक डाउन के संकट के दौर में राहत मिलीं। इस मौके पर इलिया कस्बा चौकी इंचार्ज नसीबुद्दीन सिद्दिकी भी मौजूद रहे। 


 


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