होलिका दहन : रात 11 से पूर्व भद्रा नहीं बनेगी बाधा, राशि के रंगों के अनुसार खेलें होली



जनसंदेश न्यूज़
वाराणसी। इस वर्ष की होली में भद्रा बाधा कारक नहीं होगी। फाल्गुन शुक्ल पक्ष की तिथि पूर्णिमा के दिन होलिका दहन का शुभ मूर्हुत सायं 6.30 से 7.20 तक एवं पूर्णिमा तिथि रात 11.26 तक रहेगी। 11 बजे के पहले होलिका दहन करना शुभ होगा। 
ज्योतिषाचार्य डा. दिनेशचन्द्र शुक्ल जी के अनुसार इस वर्ष की होलिका दहन सर्वस्त्र मंगलकारी रहेगी। राजनैतिक क्षेत्र में शुभ फल कारक होगी, आतंकी भय समाप्त होगा। भारत की सर्वस्त्र यश, कीर्ति फैलेगी। वृहस्पति, स्वगृही एवं चन्द्रमा पर दृष्टि शुभ फलकारी रहेगी। 
होलिका पूजन: 
होलिका पूजन षोडषोंपचार करना चाहिए। रोली, अक्षत, पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य आदि से पूजन एवं कपूर आरती तथा होलिका की परिक्रमा आवश्यक है। सभी रोगों का निवारण एवं बाधाओं से मुक्ति कारक है। होलिका के भस्म घर पर जरूर लाना चाहिए। माथे पर लगाना चाहिए, जो शुभ फलकारक है। 


ग्रह एवं राशि के अनुसार
मेष : लाल, गुलाबी
वृषभ : क्रीम, सफेद, भूरा
मिथुन : हरा
कर्क : सफेद, भूरा, क्रीम
सिंह: लाल, केशरी, गुलाबी
कन्या: हरा, फिरोजी
तुला: सफेद, भूरा
वृश्चिक: लाल, नारंगी
धनु: पीला, सुनहरा
मकर: भूरा, ग्रे
कुंभ: चटक नीला
मीन: पीला, सुनहरा


Popular posts from this blog

'चिंटू जिया' पर लहालोट हुए पूर्वांचल के किसान

लाइनमैन की खुबसूरत बीबी को भगा ले गया जेई, शिकायत के बाद से ही आ रहे है धमकी भरे फोन

नलकूप के नाली पर पीडब्लूडी विभाग ने किया अतिक्रमण, सड़क निर्माण में धांधली की सूचना मिलते ही जांच करने पहुंचे सीडीओ, जमकर लगाई फटकार