हरिद्वार से लौटे युवक में कोरोना के लक्षण, हड़कंप, 11 दिन ओपीडी बंद
जनसंदेश न्यूज़
सिकन्दरपुर/बलिया। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिकन्दरपुर में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण से एक और संदिग्ध व्यक्ति का पता चलते ही स्वास्थ्य विभाग में अफरा-तफरी मच गई। मरीज की जांच के बाद डॉ. नीरज कुमार ने उसके अंदर कोरोना वायरस के लक्षण मिलने पर तत्काल आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करने हेतु जिला चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया।
जानकारी के अनुसार सिकन्दरपुर तहसील क्षेत्र के खरीकही गांव निवासी छोटेलाल (45) अपनी पत्नी के साथ सीएचसी सिकन्दरपुर में जांच कराने पहुंचा। यहां डॉ. नीरज कुमार ने जांचोपरांत छोटेलाल में कोरोना वायरस के लक्षण मिलने के बाद उसे जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया। डॉ. नीरज कुमार से पूछे जाने पर बताया कि यह व्यक्ति दो दिन पूर्व ही हरिद्वार से अपने पैतृक गांव खरीकही आया था। इधर, छोटेलाल ने बताया कि हरिद्वार में तबीयत खराब होने पर पांच दिन पूर्व हरिद्वार के ही एक स्थानीय चिकित्सक से इलाज कराया था और घर के लिए चल दिया। घर पहुंचकर आराम न मिलने पर इलाज के लिए सीएचसी सिकन्दरपुर आया था।
ग्यारह दिन बन्द रहेगी जिले भर की ओपीडी
बलिया। कोरोना वायरस के चलते जिले भर के सभी सरकारी अस्पतालों की ओपीडी ग्यारह दिन तक बन्द रहेगी। मुख्यचिकित्सा अधिकारी डा0 पीके मिश्र ने बताया कि 21 से 31 मार्च तक जनपद के समस्त सीएचसी व पीएचसी की ओपीडी बन्द रहेगी। सरकारी अस्पतालों की ओपीडी बंद होने से मरीजो को काफी परेशानी होगी, लेकिन कोरोना वायरस से सभी का बचाव जरूरी है। इसको देखते हुई यह निर्णय लिया गया है। यदि सरकारी ओपीडी बन्द रहेगी तो मरीजो का शोषण हो सकता है। इस पर विभाग को ध्यान देना चाहिए। वैसे, आपको जानकारी देते चले कि जिले मे कुल 80 पीएससी और 10 सीएससी है। इसके अलावा जिला अस्पताल और महिला अस्पताल की ओपीडी बन्द रहेगी।