एटीएम कार्ड से जालसाजी करके पैसा निकालने वाले दो शातिर गिरफ्तार, 37 एटीएम कार्ड सहित कई उपकरण बरामद
जनसंदेश न्यूज़
मऊआइमा/इलाहाबाद। मऊआइमा, प्रतापगढ़, रीवां, प्रयागराज शहर में एटीएम कार्ड बदल कर तथा स्केनर के जरिए पैसा निकालने वाले सक्रिय गिरोह को मऊआइमा पुलिस ने एक लाख रुपया नगदी, स्केनर मशीन, दो कार्डरीड, एक कार 37 एटीएम कार्ड के साथ मऊआइमा पुलिस ने दो शातिरों को गिरफ्तार करने में कामयाब रही तथा सरगना सहित अन्य की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मऊआइमा कस्बा प्रभारी अजीत सिंह, एस आई अभय चन्द्र, सिपाही हिसामुद्दीन, आनन्द सिंह, सुरेन्द्र यादव आदि मऊआइमा कस्बा क्षेत्र में भ्रमण कर रहे थे। बताया गया है कि जैसे कस्बा के रेलवे क्रासिंग स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक के पास बुधवार को शाम सात बजे पहुंचे तभी पुलिस को देख कर वाटिका कार पर सवार दो युवक भागने लगे। जिनका पीछा करते हुए पुलिस ने कार सहित दोनों युवकों को पकड़ कर थाने लाए तथा कार्य की पुलिस ने तलाशी ली तो कार्य में रखा दो स्केनर मशीन, दो अदद कार्डरीड मशीन, एक पर्स, एक आधार कार्ड, एक पैनकार्ड, 37 अदद विभिन्न नामों से एटीएम कार्ड तथा एक लाख सात सौ रुपये नगदी बरामद हुआ।
पूछताछ के दौरान एक ने अपना नाम अखिलेश कुमार पाल निवासी रामगढ़ रैला पडकिया थाना लालगंज जनपद प्रतापगढ़ बताया। जबकि दूसरे ने अपना नाम वीरेन्द्र कुमार पाल निवासी बिजलीपुर लालगोपालगंज थाना नवाबगंज प्रयागराज बताया। पूछताछ के दौरान दोनों ने कबूल किया कि वह पहले एटीएम मशीन पर खडे़ होकर लोगों की मदद के नाम पर उनका एटीएम कार्ड बदल कर कोड नम्बर जान लेते थे और पैसा अपने खातों में ट्रांसफर कर निकल जाते थे। यही नहीं कार्ड रीड को एटीएम मशीन में लगा देते थे। जब लोग पैसा निकालने आते थे तो उनका एटीएम कार्ड का नम्बर और कार्ड नम्बर स्केल हो जाता था। जिससे वह नम्बर जान जाते थे और पैसा दूसरे एटीएम से निकाल लेते तथा अपने खातों में ट्रांसफर कर लेते थे एंव ऑनलाइन शॉपिंग भी करते थे।
यह गोरख धंधा वह वर्षों से कर रहे हैं। मऊआइमा, प्रयागराज के विभिन्न थाना क्षेत्रों और प्रतापगढ़ के अलावा मध्यप्रदेश के रीवां में उनका गिरोह यह धंधा कर रहा है। गिरफ्तार जालसाजों ने बताया कि उनका सरगना नान्हू सरोज है। इसके अलावा अनेकों युवक उनके साथ यह जालसाजी का काम करते हैं। कार भी जालसाजी से अर्जित की गई है। मऊआइमा पुलिस ने अखिलेश पाल और वीरेन्द्र पाल तथा उनके अन्य साथियों के विरूद्ध धारा 419, 420, 467, 468, 471, 411 एवं 66 आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर गुरुवार को जेल भेज दिया।