डेढ़ माह के बच्चे के घर छोड़ शिक्षक पति के साथ गरीबों की सेवा में जुटी है महिला, चार वर्ष की बच्ची भी दे बंटा रही हाथ



जनसंदेश न्यूज़
करछना/प्रयागराज। कोरोना पर काबू पाने के लिए सरकार काम कर रही हैं। उसकी सराहना पूरी दुनिया कर रही हैं। यदि इसकी जिम्मेदारी सरकारी तंत्र पर डाल दी जाय तो नतीजे घातक हो सकता है। इस संकट की घड़ी में अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए जरूरतमंद लोगों को मदद पहुंचाने के लिए आगे आने की जरूरत है। यह विचार शिक्षक अमित सिंह और उनकी पत्नी नेहा सिंह के है। आम आदमी पार्टी की उपाध्यक्ष नेहा सिंह और शिक्षक पिछले पांच दिनों से  कोरोना महामारी में गांव के गरीबों के मदद में करने की ठान ली है।
आपको जानकर यह हैरानी होगी कि नेहा सिंह ने अपने डेढ़ माह के नवजात बच्चे को घर पर छोड़ कर पांच दिन से करछना कोहडार मार्ग पर शिवमंदिर तिराहा के पास बैठ कर आने जाने वाले गरीब मजदूरों को खाना खिलाने से लेकर उनके जरूरत के सामानों का पैकेट बनाने का कार्य करती है। गरीबों तक मदद पहुंचाने की ऐसी जिजिविषा कि एक महिला होकर भी हिम्मत नहीं हारी। इस पुनीत कार्य उनके पति के अलावा उनकी चार वर्ष की बच्ची भी हाथ बंटा रहे है। 



बार एसोशिएशन भी कर रहा मदद
इसी क्रम में बार एसोशिएशन करछना की ओर से कई दिनों से लॉकडाउन के चलते गरीबों को मदद पहुंचाने के लिए लगातार खाने का पैकेट का वितरण सड़क मार्ग पर चलने वाले मजदूरों को खाना खिलाने से लेकर उनके मंजिल तक पहुंचाने में अपनी जिम्मेदारी निभा रहे है। 


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