अपनों पर करम गैरो पर सितम की दर्ज पर यातायात विभाग, गाजीपुर जाने वाली बसोें के मार्ग निर्धारण पर सौतेला व्यवहार
बैरियर लगने पर 15 बसें एक हफ्ते से खड़ी होने से नुकसान
यदि न्याय नहीं हुआ तो बसों की परमिट करेंगे सरेंडर
जनसंदेश न्यूज़
वाराणसी। जाम के नाम पर लगातार शोषण कर रहे यातायात विभाग के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए बस संचालन कल्याण समिति के सदस्यों ने कहा कि अब ठोस निर्णय लेने की जरूरत है। रविवार को चौकाघाट स्थित बस स्टैण्ड के पास आयोजित बैठक में निर्णय लेते हुए समिति के अध्यक्ष जेपी सिंह ने कहा कि बार-बार जाम का हवाला देते हुए यातायात पुलिस अधीक्षक की ओर से गाजीपुर बस संचालनकर्ताओं का शोषण किया जा रहा है। जबकि रोडवेज की बसों की यथा स्थिति जस की तस है।
पीलीकोठी से स्टैंड संचालित कर गाजीपुर जाने के लिए एसपी ट्रैफिक की ओर से जो मार्ग निर्धारण किया गया है वह सिर्फ प्राइवेट बसों के लिए है, जबकि रोडवेज की बसें गाजीपुर जाने के लिए अपने पुराने मार्ग पाण्डेयपुर के ही रास्ते गंतव्य की ओर जा रही हैं। अधिकारियों से इस बात की शिकायत करने पर सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है। बस मालिकों का कहना है कि यदि इसी तरह से हम लोगों के साथ व्यवहार होता रहा तो हम लोग अपनी बसों की परमिट को आरटीओ के यहां जाकर सरेंडर कर देंगे। जिससे सरकार को मिलने वाले लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान होगा। जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
15 प्राइवेट बसें एक हफ्ते से हैं खड़ी
पीलीकोठी स्टैंड से संचालित होने वाली गाजीपुर की प्राइवेट बसें गोलगड्डा, कज्जाकपुरा के रास्ते ही गंतव्य की ओर जा रही हैं। इस मार्ग पर निर्माणाधीन फ्लाइओवर के लिए जो बैरियर बनाया गया है उससे ऊंची बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है। जिससे बस मालिकों को हजारों का नुकसान हो रहा है। पुराने मार्ग से जाने प्रतिबंध लगा दिया गया है जबकि रोडवेज की बसों का मार्ग निर्धारण तो कर दिया गया लेकिन ये सरकारी बसें अपने पुराने मार्ग से ही संचालित हो रही हैं जिससे प्राइवेट बस आपरेटर्स में काफी रोष है। समिति के सदस्यों का कहना है कि यातायात विभाग की ओर जो मार्ग निधारण किया गया है उस पर रोडवेज की बसों का संचालन नहीं हो रहा है।