उच्चकों ने दिनदहाड़े वाहन का शीशा तोड़ नगदी व जेवरों पर किये हाथ साफ


एसपी के आदेश के बावजूद होटलों व रेस्तरों में व्यवस्थाएं शून्य


सीसीटीवी कैमरे व अग्निशमन की व्यवस्था भी नदारद

जनसंदेश न्यूज़
मऊ। पुलिस अधीक्षक के आदेश के बावजूद होटलों के रेस्टोरेंटो में शीशी टीवी कैमरा एवं अंगिशमन व्यवस्था दम तोड़ती नजर आ रही है। नतीजा घटनाओं का खुलासा करने में पुलिस प्रयास करने के बजाय उल्टे ही पीड़ितों की फजीहत करने में जुट जा रही है ताकि पुलिस की रिकार्ड में एफआईआर दर्ज न हो सके।
घटना गाजीपुर तिराहा पर स्थित गृहस्थ प्लाजा के पास हुआ है। दिनदहाड़े पुलिस चौकी के चंद कदम दूरी व प्लाजा के पार्किंग में खड़ी एक चार पहिया वाहन का शीशा तोड़ उचक्कों ने जेवरात समेत कुछ नगदी पर हाथ साफ कर दिया। बताया जाता है कि जनपद का सबसे बड़ा प्लाजा है। 



जानकारी के मुताबिक रुपेश सिंह पुत्र राधेश्याम निवासी खरकपुर थाना मेहनगर जनपद आजमगढ़ का निवासी है। आज सुबह अपने पत्नी अंशिका सिंह व साथ मे भाभी को लेकर मऊ जनपद में किसी मरीज को देखने के लिए आये थे, मरीज देखने के बाद व गाड़ी लेकर गाजीपुर तिराहा पर स्थित गृहस्थ प्लाजा के बाहर खड़ा कर दिया और अपने परिवार को लेकर रेस्टोरेंट के अंदर नास्ता करने चले गए। नाश्ता करने के बाद रुपेश अपने परिवार के साथ बाहर निकलर गाड़ी के पहुंचा तो देखा कि उसके गाड़ी का शीशा टूटा हुआ था और गाड़ी में रखा बैग में 70 हजार रुपये व गहनों को लेकर उचक्के फरार हो गए थे। 



जहां पर घटना हुई उसी के चंद कदम की दूरी पर पुलिस बूथ भी है और हर वक्त पुलिस वहां मौजूद रहती है। घटना की जानकारी पीड़ित ने तुरंत डायल 112 नम्बर पर पुलिस को सूचना दिया। घटना की सूचना पाकर मौके पहुंचे सारहु चौकी इंचार्ज समेत प्रभारी कोतवाली प्रदीप मिश्रा पहुंच गये और घटना की तफ्तीश में जुट गए। सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिस प्लाजा के सामने घटना हुई है उसका शीशी टीवी कैमरा खराब है और प्लाजा मालिक इस घटना की जिम्मेदारी को लेकर पूरी तरह से इंकार कर दिया। 



प्लाजा में रात में लगी भयंकर आग, बची कई लोगों की जान
नेशनल हाईवे पर स्थित सहादतपुरा एक प्लाजा में रात में एक भयंकर आग लगी से घटना बाल बाल बच गई। यहां पर मंच पर गणपति बप्पा का वैवाहिक कार्यक्रम में आयोजन चल रहा था उसी बीच फुलझड़ी के पटाखे छोड़े गए। जिसमें विद्युत स्पार्किंग से आग लग गई और देखते ही देखते भगदड़ स्थिति उत्पन्न होने लगी ऐसे में होटल प्रशासन के पास आग बुझाने के लिए कोई इंतजाम नहीं मिले। 
इतने में वेटरो ने सूझबूझ से काम लिया और आग पर कूद कूद कर किसी तरह से आग पर काबू पाया। अन्यथा यहां एक बड़ी घटना मऊ शहर में घटती। अपनी जिम्मेदारी यहां को अग्निशमन अधिकारी बिल्कुल नहीं निभा रहे हैं। शायद उन्हें किसी बड़े हादसे का इंतजार है। कमोबेश यही हालत सभी मैरिज हालांे की है।


 


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